टेस्ट में ट्विस्ट लाने की तैयारी में ICC, लागू होगा नया सिस्टम

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इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) टेस्ट क्रिकेट को और दिलचस्प बनाने की तैयारी में है, जहां वह इसे दो डिवीजनों में बांटने की तैयारी कर रही है। ऐसा करने से भारत, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और इंग्लैंड जैसी बड़ी टीमें आपस में ज्यादा सीरीज खेल सकेंगी. ICC का यह सिस्टम 2027 के फ्यूचर टूर प्रोग्राम (FTP) के बाद लागू किया जाएगा. आईसीसी ने इस बारे में क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया (सीए) के अध्यक्ष माइक बेयर्ड और इंग्लैंड क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) के अध्यक्ष रिचर्ड थॉम्पसन से बात की है।

 

बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के बाद लिया गया फैसला

रिपोर्ट में कहा गया है कि यह कदम हाल ही में समाप्त हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की रिकॉर्ड उपस्थिति के बाद उठाया गया है, जिसमें भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच 5 टेस्ट मैच खेले गए थे। कंगारू टीम 10 साल बाद यह सीरीज जीतने में कामयाब रही। इस सीरीज ने व्यूअरशिप के मामले में कई रिकॉर्ड बनाए. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट इतिहास में सबसे अधिक देखी जाने वाली गैर-एशेज श्रृंखला थी, जिसमें 8,37,879 लोग मैच देखने के लिए स्टेडियम में आए थे।

क्या है ICC की नई व्यवस्था?

रिपोर्ट के मुताबिक, 2027 के बाद टेस्ट मैचों को दो हिस्सों में बांटा जा सकता है. इस सिस्टम के लागू होने के बाद भारत, ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की टीमें एक-दूसरे के खिलाफ ज्यादा मैच खेल सकेंगी। इन सभी टीमों को 1 डिविजन में रखा जाएगा। इसके अलावा बांग्लादेश, अफगानिस्तान, आयरलैंड और जिम्बाब्वे जैसी अन्य टीमों को डिवीजन 2 में रखा जाएगा, जो टेस्ट क्रिकेट में अपेक्षाकृत कमजोर मानी जाती है।

 

 

 

 

शीर्ष टीमें एक-दूसरे के खिलाफ खेलेंगी

इसमें बांग्लादेश और वेस्टइंडीज जैसी टीमें शामिल हो सकती हैं, जिन्हें हाल के दिनों में टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा सफलता नहीं मिली है। इस प्रारूप में, शीर्ष टीमें एक-दूसरे के खिलाफ प्रतिस्पर्धा करेंगी, जबकि निचली टीमें केवल अपने डिवीजन तक ही सीमित रहेंगी। इस बात की कोई पुष्टि नहीं है कि इस प्रणाली में टीमों की पदोन्नति और पदावनति का प्रावधान होगा या नहीं।