मेडिकल काउंसलिंग कमेटी (MCC) ने नीट पीजी 2024 के लिए कटऑफ प्रतिशत घटाने की घोषणा की है। यह फैसला स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के निर्देशानुसार लिया गया है। संशोधित कटऑफ के तहत अधिक उम्मीदवार अब काउंसलिंग प्रक्रिया में भाग लेने के पात्र होंगे।
संशोधित कटऑफ पर्सेंटाइल
- सामान्य और ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग):
- नई कटऑफ: 15 प्रतिशत या उससे अधिक अंक।
- एससी, एसटी, ओबीसी और पीडब्ल्यूडी श्रेणियां:
- नई कटऑफ: 10 प्रतिशत या उससे अधिक अंक।
- अनारक्षित दिव्यांग उम्मीदवार:
- कटऑफ: 20वें पर्सेंटाइल।
- एससी, एसटी, ओबीसी (दिव्यांग उम्मीदवारों सहित):
- कटऑफ: 20वें पर्सेंटाइल।
महत्वपूर्ण निर्णय और पृष्ठभूमि
यह फैसला MoHFW और NMC (मेडिकल काउंसलिंग कमेटी) के परामर्श के बाद लिया गया।
- संशोधित कटऑफ नीट पीजी 2024 काउंसलिंग के अगले राउंड से लागू होगी।
- 2022 में भी कटऑफ में कमी की गई थी। सामान्य श्रेणी के लिए इसे 50वें पर्सेंटाइल से घटाकर 35वें पर्सेंटाइल किया गया था।
पिछले वर्ष:
- सभी श्रेणियों के लिए क्वालिफाइंग पर्सेंटाइल शून्य कर दिया गया था।
राउंड-3 काउंसलिंग: सीट आवंटन प्रक्रिया
- तीसरे राउंड का सीट आवंटन परिणाम: 6 जनवरी 2025
- सीट आवंटित उम्मीदवारों की रिपोर्टिंग तिथि: 13 जनवरी 2025 तक
- डेटा सत्यापन: 14-15 जनवरी 2025
उम्मीदवार, जिन्होंने एनबीई द्वारा आयोजित नीट पीजी परीक्षा में क्वालिफाइंग रैंक हासिल की है, वे अखिल भारतीय कोटा (AIQ) की 50% सीटों और केंद्रीय विश्वविद्यालयों की सीटों के लिए पात्र होंगे।
यह बदलाव क्यों अहम है?
कटऑफ में कमी से:
- अधिक उम्मीदवार काउंसलिंग प्रक्रिया में शामिल हो सकेंगे।
- मेडिकल सीटों का अधिकतम उपयोग सुनिश्चित किया जा सकेगा।
- सभी श्रेणियों के छात्रों को बराबरी के अवसर मिलेंगे।