दिल्ली-मेरठ हाईस्पीड रैपिड रेल: जून 2025 तक सपना होगा साकार, यात्रा में आएगा बड़ा बदलाव

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मेरठ और दिल्ली के बीच हाईस्पीड रैपिड रेल कॉरिडोर का सपना जल्द ही हकीकत बनने जा रहा है। 5 जनवरी 2025 से मेरठ के लोगों को आनंद विहार और न्यू अशोक नगर तक तेज और आरामदायक यात्रा का अवसर मिलेगा। हालांकि, मेरठ शहर के भीतर यात्रा के लिए यात्रियों को अभी जून 2025 तक का इंतजार करना पड़ेगा। मोदीपुरम से दिल्ली के सराय काले खां तक का सफर 50 मिनट में पूरा होगा।

दशकों पुराना सपना, अब साकार होने की ओर

यह महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट 2009 में मेरठ विकास प्राधिकरण की बैठक में एनसीआर प्लानिंग बोर्ड की समीक्षा के दौरान चर्चा में आया। इसके बाद, एनसीआरटीसी (नेशनल कैपिटल रीजन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन) का गठन हुआ, और इस परियोजना पर काम तेज हो गया।

रैपिड रेल के ऐतिहासिक पड़ाव

  • 2019: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गाजियाबाद में रैपिड रेल प्रोजेक्ट का शिलान्यास किया।
  • 2023: 20 अक्टूबर को साहिबाबाद से दुहाई डिपो के बीच पहले चरण का उद्घाटन किया गया।
  • 2024: मार्च में मोदीनगर नॉर्थ तक रैपिड का संचालन शुरू हुआ। अगस्त में इसे मेरठ साउथ (परतापुर) तक बढ़ाया गया।
  • 2025: 5 जनवरी से मेरठ साउथ से आनंद विहार और न्यू अशोक नगर तक रैपिड सेवा शुरू होगी। जून 2025 तक मोदीपुरम से सराय काले खां तक यात्रा संभव हो जाएगी।

50 मिनट में 82 किलोमीटर का सफर

रैपिड रेल के संचालन के बाद मेरठ और दिल्ली के बीच 82 किलोमीटर की दूरी केवल 50 मिनट में तय होगी। अभी तक, 42 किलोमीटर का सफर यात्रियों के लिए चालू है, जिसमें 51 लाख से अधिक यात्री रैपिड का उपयोग कर चुके हैं।

क्या है प्रोजेक्ट की मौजूदा स्थिति?

  • 27 किलोमीटर में 14-15% काम बाकी:
    मेरठ साउथ से मोदीपुरम और न्यू अशोक नगर से सराय काले खां के बीच का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है।

    • मेरठ में सिविल निर्माण पूरा हो चुका है।
    • विद्युतीकरण, सिग्नलिंग और सौंदर्यीकरण का काम जारी है।
    • सराय काले खां और जंगपुरा के बीच भी कार्य तेजी से चल रहा है।

स्टेशनों का निर्माण और फाइनल टच

  • मेरठ सेक्शन:
    परतापुर, रिठानी, शताब्दीनगर, ब्रहमपुरी, मेरठ सेंट्रल, भैंसाली, बेगमपुल, एमईएस कॉलोनी, डोरली, मेरठ नॉर्थ, मोदीपुरम।
  • दिल्ली सेक्शन:
    सराय काले खां, जंगपुरा।

मेरठ के यात्रियों को होगा बड़ा फायदा

रैपिड रेल सेवा मेरठ के सभी वर्गों के लिए सुविधाजनक होगी। अनुमान है कि प्रतिदिन 2 से 2.5 लाख यात्री इस सेवा का लाभ उठाएंगे।

  • 50,000-60,000 छात्र: दिल्ली-मेरठ के बीच रोजाना सफर करेंगे।
  • 40,000-50,000 व्यापारी और उद्यमी: व्यापार के लिए यात्रा करेंगे।
  • 15,000-20,000 सरकारी और निजी कर्मचारी: नौकरी के लिए इस सेवा का उपयोग करेंगे।

व्यापार और रोजगार को मिलेगा बढ़ावा

मेरठ के उद्यमियों का मानना है कि रैपिड रेल के कारण व्यापार और रोजगार को बढ़ावा मिलेगा। कच्चे माल और तैयार उत्पादों की आवाजाही आसान होगी, जिससे उद्योगों को लाभ होगा।

पंकज गुप्ता, पूर्व चेयरमैन, आईआईए कहते हैं, “रैपिड रेल से मेरठ के उद्यमियों और कर्मचारियों को बड़ी राहत मिलेगी। आने-जाने में लगने वाला समय घटने से उत्पादन बढ़ेगा और यात्रा आसान होगी।”

दिल्ली में नौकरी करने वालों के लिए वरदान

रैपिड रेल उन लोगों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगी जो दिल्ली में काम करते हैं।
राहुल कुमार, एक सरकारी कर्मचारी, कहते हैं, “रोजाना मेरठ से दिल्ली आने-जाने में करीब चार घंटे लगते हैं। रैपिड रेल से यह सफर घटकर दो घंटे से भी कम हो जाएगा। अब दिल्ली में नौकरी करना और आसान हो जाएगा।”