जुलाई में टेलीकॉम कंपनियों द्वारा की गई टैरिफ दरों में बढ़ोतरी अब कंपनियों के लिए मुश्किलें खड़ी कर रही है। एक तरफ जहां ग्राहकों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है, वहीं दूसरी तरफ डेटा खपत में भी कमी आई है। यह पहली बार है जब देश में प्रति यूजर डेटा की खपत घटती हुई नजर आई है।
डेटा खपत में गिरावट
टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) द्वारा जुलाई से सितंबर 2023 का डेटा जारी किया गया है। रिपोर्ट के अनुसार, जुलाई से पहले औसतन प्रति व्यक्ति प्रति माह 21.30 जीबी डेटा की खपत हो रही थी, जो अब घटकर 21.10 जीबी रह गई है। यह 1% की गिरावट दिखाती है।
जुलाई में टेलीकॉम कंपनियों ने अपने टैरिफ में 10-25% तक की वृद्धि की थी। इस बढ़ोतरी से कंपनियों के मुनाफे में इजाफा हुआ, लेकिन डेटा की खपत में गिरावट दर्ज की गई है। यह गिरावट पिछले कई सालों में पहली बार देखने को मिली है।
टेलीकॉम शेयरों की चाल का विश्लेषण
एयरटेल का प्रदर्शन
एयरटेल के शेयर बाजार में प्रदर्शन की बात करें तो यह 12.40 रुपये (0.78%) की बढ़त के साथ 1610 रुपये पर कारोबार कर रहा है।
- आज का उच्चतम स्तर: 1611.25 रुपये
- पिछले एक हफ्ते का प्रदर्शन: 0.65% की बढ़त
- एक महीने में: 2% की गिरावट
- तीन महीने में: 5.25% की गिरावट
- पिछले एक साल में: 57.52% की बढ़त
- पिछले तीन साल में: 135% की बढ़त
वोडाफोन-आइडिया का प्रदर्शन
वोडाफोन-आइडिया का शेयर सपाट प्रदर्शन कर रहा है और 8.01 रुपये पर स्थिर है।
- एक हफ्ते में: 0.65% की बढ़त
- एक महीने में: 3.5% की गिरावट
- तीन महीने में: 21.4% की गिरावट
- एक साल में: 50% की गिरावट
- तीन साल में: 47% की गिरावट
टैरिफ बढ़ोतरी के कारण और प्रभाव
ग्राहकों पर बढ़ा दबाव
जुलाई में टैरिफ दरें बढ़ने के कारण कई ग्राहकों ने अपने प्लान बदल दिए या सीमित उपयोग की ओर रुख किया। यह डेटा खपत में आई कमी का एक बड़ा कारण माना जा रहा है।
डेटा खपत में कमी का अर्थ
डेटा खपत में गिरावट का मतलब है कि ग्राहक अब कम समय तक इंटरनेट का उपयोग कर रहे हैं। यह न केवल कंपनियों के लिए चुनौती है, बल्कि भारत में डिजिटल विकास के परिदृश्य पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव हो सकता है।
भविष्य की चुनौतियां और समाधान
कंपनियों की रणनीति
टेलीकॉम कंपनियों को इस स्थिति का मुकाबला करने के लिए नई रणनीतियां अपनानी होंगी।
- ग्राहक-केंद्रित प्लान: कम दरों वाले आकर्षक प्लान पेश किए जाने चाहिए।
- डिजिटल सेवाओं का विस्तार: स्ट्रीमिंग, ई-लर्निंग और गेमिंग जैसे क्षेत्रों में नई पेशकश करनी चाहिए।
ग्राहकों की प्राथमिकता
उपभोक्ता अब अधिक वैल्यू-फॉर-मनी सेवाओं की उम्मीद करते हैं। कंपनियों को इन आवश्यकताओं को ध्यान में रखकर सेवाएं प्रदान करनी होंगी।