नई दिल्ली: मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे चौथे टेस्ट मैच में विवाद ने जोर पकड़ लिया है। यह घटना भारतीय बल्लेबाज यशस्वी जयसवाल के आउट होने के बाद हुई।
कमिंस की बाउंसर को पुल करने की कोशिश में यशस्वी ने शॉट खेला, और गेंद विकेटकीपर के हाथों में चली गई। ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की अपील पर फील्ड अंपायर ने यशस्वी को नॉट आउट करार दिया। इसके बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम ने डीआरएस (रिव्यू) लिया। थर्ड अंपायर ने रिव्यू देखने के बाद यशस्वी को आउट करार दिया, जिससे विवाद खड़ा हो गया।
क्यों खड़ा हुआ विवाद?
रिव्यू के दौरान जब गेंद यशस्वी के बल्ले और दस्तानों के करीब से गुजरी, तो स्निकोमीटर पर कोई हलचल नहीं दिखी। इसके बावजूद, थर्ड अंपायर ने फील्ड अंपायर का फैसला पलटते हुए यशस्वी को आउट दे दिया। इस निर्णय से भारतीय दर्शकों में भारी नाराजगी देखी गई, और उन्होंने मैदान पर हंगामा करना शुरू कर दिया।
शतक से चूके यशस्वी
इस विवादास्पद फैसले के कारण यशस्वी अपना शतक पूरा नहीं कर सके। उन्होंने शानदार बल्लेबाजी करते हुए 84 रन बनाए थे, लेकिन थर्ड अंपायर के फैसले ने उनकी पारी को बीच में ही समाप्त कर दिया।
यह घटना न केवल भारतीय प्रशंसकों के लिए निराशाजनक रही बल्कि मैच में अंपायरिंग के स्तर पर भी सवाल खड़े कर गई