ईरान में सुन्नी आतंकियों का कहर: आत्मघाती हमले में पुलिस अधिकारी की मौत

 91764455 Mediaitem91764452 1735

दक्षिण ईरान में सुन्नी आतंकियों ने हिंसा का नया अध्याय जोड़ते हुए आत्मघाती हमला किया। इस हमले में एक पुलिस अधिकारी की मौत हो गई, जबकि एक अन्य गंभीर रूप से घायल हो गया। हमला होर्मोज्गान प्रांत के बंदर लेंगेह शहर में हुआ, जहां सुन्नी मुस्लिमों की बड़ी आबादी रहती है।

इस आतंकवादी हमले को अंसार अल-फुरकान नामक आतंकी संगठन ने अंजाम दिया है। यह संगठन अल-कायदा से जुड़ा हुआ है और ईरानी सरकार द्वारा इसे आतंकवादी संगठन के रूप में नामित किया गया है।

आत्मघाती हमला: घटना का विवरण

कट्टरपंथी ईरानी समाचार पत्र जावन डेली के अनुसार,

  • शनिवार शाम, एक आत्मघाती हमलावर ने कैप्टन मोजतबा शाहिद की कार को रोककर खुद को उड़ा लिया।
  • इस हमले में कैप्टन मोजतबा की मौत हो गई, जबकि उनके डिप्टी गंभीर रूप से घायल हो गए और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
  • अखबार ने इस हमले को स्पष्ट रूप से आतंकवादी कृत्य करार दिया।

बंदर लेंगेह शहर:

  • यह क्षेत्र तेहरान से लगभग 1,000 किलोमीटर दक्षिण में स्थित है।
  • यहां आतंकवाद का कोई हालिया इतिहास नहीं है।

हालांकि, इस हमले की जिम्मेदारी किसी समूह ने आधिकारिक रूप से नहीं ली, लेकिन स्थानीय मीडिया ने इसके पीछे अंसार अल-फुरकान का हाथ होने का दावा किया है।

अंसार अल-फुरकान: आतंकी संगठन का परिचय

अंसार अल-फुरकान एक सुन्नी बलूच आतंकवादी संगठन है, जो मुख्यतः सिस्तान और बलूचिस्तान क्षेत्र में सक्रिय है।

  • स्थापना:
    • यह संगठन दिसंबर 2013 में हरकत अल-अंसार और हिजबुल-फुरकान के विलय से बना।
  • पहला हमला:
    • 13 जून 2016 को सिस्तान और बलूचिस्तान के खश क्षेत्र में किया गया।
  • प्रमुख घटनाएं:
    • 2017-18 के ईरानी विरोध प्रदर्शनों के दौरान, इस संगठन ने खुज़स्तान प्रांत के अहवाज़ शहर में एक तेल पाइपलाइन पर बमबारी की जिम्मेदारी ली थी।

हमले का प्रभाव और ईरानी प्रतिक्रिया

ईरान में हुए इस आत्मघाती हमले ने देश की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

  • सरकार का रुख:
    • ईरानी अधिकारियों ने इसे आतंकवादी हमला करार दिया है और सुरक्षा बलों को सतर्क कर दिया गया है।
    • रिवोल्यूशनरी गार्ड और अन्य सुरक्षा एजेंसियां स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं।

आतंकवाद का नया मोर्चा

इस हमले ने बंदर लेंगेह जैसे अपेक्षाकृत शांत क्षेत्र को आतंकवाद की चपेट में ला दिया है।

  • यह घटना संकेत देती है कि ईरान के अलग-अलग हिस्सों में आतंकी संगठन सक्रिय रूप से हमलों की योजना बना रहे हैं।
  • ईरान का दक्षिणी क्षेत्र, जहां सुन्नी मुस्लिमों की बड़ी आबादी है, आतंकवादियों के लिए संवेदनशील क्षेत्र बन सकता है।