देशभर में सर्दी का कहर: कई राज्यों में ठंड, बारिश और बर्फबारी का अलर्ट

Coldwavewinter

देश के कई हिस्से इस समय कड़ाके की ठंड का सामना कर रहे हैं। कहीं भारी बारिश हो रही है तो कहीं बर्फबारी और घने कोहरे का प्रकोप जारी है। मौसम विभाग (IMD) ने 30 और 31 दिसंबर को हिमाचल प्रदेश और उत्तर भारत के अन्य हिस्सों में ठंड और तापमान में भारी गिरावट की संभावना जताई है। पंजाब, राजस्थान, हरियाणा और चंडीगढ़ में भी 29 दिसंबर से 3 जनवरी तक कड़ाके की ठंड का पूर्वानुमान है।

जम्मू-कश्मीर, लद्दाख, गिलगित, बाल्टिस्तान और मुजफ्फराबाद में भी 30 और 31 दिसंबर को शीतलहर और बर्फबारी की स्थिति बनी रहेगी। दिल्ली में आज (29 दिसंबर 2024) से मौसम साफ रहेगा, लेकिन ठंड में और इजाफा होगा।

दिल्ली में बारिश ने बढ़ाई ठिठुरन

दिल्ली और एनसीआर में 27 से 28 दिसंबर की रात तक रुक-रुककर बारिश हुई, जिससे ठंड और बढ़ गई।

  • तापमान में गिरावट:
    • अधिकतम तापमान: 15 से 17 डिग्री सेल्सियस।
    • न्यूनतम तापमान: 8 से 10 डिग्री सेल्सियस।
  • ठंड का असर:
    • बारिश और तेज हवाओं के कारण ठिठुरन में इजाफा हुआ।
    • बाजारों और सड़कों पर भीड़ कम नजर आई।
    • लोग घरों में हीटर और ब्लोअर का इस्तेमाल कर रहे हैं।

आज का मौसम: दिल्ली

  • 29 दिसंबर 2024:
    • बारिश का सिलसिला थम जाएगा और आसमान साफ रहेगा।
    • सुबह कोहरा छाया रहेगा, लेकिन दिन में हल्की धूप निकल सकती है।
    • न्यूनतम तापमान 9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
  • 31 दिसंबर तक:
    • मौसम शुष्क और ठंडा रहेगा।
    • नए साल की पूर्व संध्या पर हल्की धुंध और ठंड का अनुमान।
  • पिछले रेकॉर्ड:
    • नए साल की पूर्व संध्या पर पिछले 6 वर्षों में पारा 5 डिग्री या उससे कम रहा है।
    • 28 दिसंबर 2019 को न्यूनतम तापमान 2.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था।

इन राज्यों में बारिश और बर्फबारी की संभावना

मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में कई राज्यों में बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जारी किया है:

  • हिमाचल प्रदेश:
    • 29 से 31 दिसंबर के बीच बर्फबारी और ओले गिरने की संभावना।
  • पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र:
    • 1 से 6 जनवरी के बीच बारिश और बर्फबारी का अनुमान।
  • उत्तर प्रदेश, झारखंड और मध्य प्रदेश:
    • 31 दिसंबर तक घना कोहरा छाया रहेगा, जिससे आवाजाही में दिक्कतें हो सकती हैं।

पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव

मौसम विभाग के अनुसार, दो नए पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो रहे हैं, जो इन ठंडी परिस्थितियों का कारण बन रहे हैं।

  • प्रभावित क्षेत्र:
    • उत्तर और पश्चिम भारत।
    • हिमालयी क्षेत्र में बारिश और बर्फबारी।
  • यात्रा में बाधा:
    • कोहरे और ठंड के कारण परिवहन में रुकावटें आ सकती हैं।