Lucknow Charbagh Railway Station: मानवता को शर्मसार करता वीडियो वायरल

Charbagh Video

लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से एक चौंकाने वाला वीडियो सामने आया है, जिसने मानवता को शर्मसार कर दिया है। रात के समय प्लेटफॉर्म पर सो रहे यात्रियों पर सफाई कर्मचारियों ने ठंडा पानी डाल दिया। इस घटना के बाद बच्चों, महिलाओं, और बुजुर्गों को ठिठुरते और रोते हुए देखा गया। यह शर्मनाक घटना प्लेटफॉर्म नंबर 8 और 9 पर हुई, जहां यात्री अपनी ट्रेनों का इंतजार कर रहे थे।

वायरल वीडियो ने मचाई हलचल

इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है।

  • घटना का विवरण:
    • सफाई कर्मचारी रात में प्लेटफॉर्म धोने के लिए सो रहे लोगों पर ठंडा पानी छिड़कते नजर आए।
    • पानी पड़ने के बाद बच्चे और महिलाएं रोने लगीं, लेकिन कर्मचारियों ने अपना काम जारी रखा।
  • वीडियो प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर वायरल:
    • वीडियो के वायरल होने के बाद लोगों में भारतीय रेलवे और सफाई कर्मचारियों के प्रति भारी गुस्सा देखा गया।

सफाई कर्मचारियों का बचाव और आलोचना

सफाई कर्मचारियों ने अपने कार्यों का बचाव करते हुए कहा कि दिन में भारी भीड़ होने के कारण प्लेटफॉर्म की सफाई रात में करना आवश्यक है।

  • लोगों की प्रतिक्रिया:
    • जनता ने इस घटना को असंवेदनशील और अमानवीय करार दिया।
    • बच्चों, बुजुर्गों और महिलाओं पर पानी फेंकने की हरकत की व्यापक निंदा हो रही है।
  • रेलवे प्रशासन का कदम:
    • रेलवे अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों को फटकार लगाई और भविष्य में ऐसी हरकतों से बचने की चेतावनी दी है।
    • रेलवे ने जनता को आश्वासन दिया कि ऐसी घटनाएं दोबारा नहीं होंगी।

सोशल मीडिया पर गुस्सा और कार्रवाई की मांग

इस घटना को लेकर सोशल मीडिया पर लोग भारतीय रेलवे के खिलाफ अपना गुस्सा जाहिर कर रहे हैं।

  • यूजर्स की प्रतिक्रिया:
    • कई लोग सफाई कर्मचारियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
    • एक यात्री ने बताया कि नवजात बच्चे और बुजुर्ग भी इस घटना के शिकार हुए।
  • सवाल उठाने वाले:
    • “क्या सफाई के नाम पर मानवीय संवेदनाएं खत्म हो गई हैं?”
    • “ऐसी घटनाएं रेलवे की लापरवाही और असंवेदनशीलता को दिखाती हैं।”

NGO ने किया घटना का खुलासा

25 दिसंबर की रात, ‘इनोवेशन फॉर चेंज इनोवेटिव पाठशाला’ नामक एक NGO चाय बांटने के लिए चारबाग रेलवे स्टेशन पहुंचा। वहां उन्होंने इस अमानवीय दृश्य को देखा और इस घटना का वीडियो रिकॉर्ड किया। NGO ने इस घटना को सार्वजनिक किया, जिससे लोगों में आक्रोश और बढ़ गया।