स्मॉल और मिड कैप म्यूचुअल फंड्स: 2024 में टॉप परफॉर्मर्स और 2025 के लिए निवेश टिप्स

Mutualfunds

जैसे-जैसे 2024 समाप्त हो रहा है, निवेशकों की नजर इस साल के स्मॉल और मिड कैप फंड्स के प्रदर्शन पर है। साथ ही, 2025 में निवेश के लिए टॉप फंड्स की तलाश भी शुरू हो गई है। आइए जानते हैं 2024 के टॉप स्मॉल और मिड कैप फंड्स, 2025 के लिए संभावित बेहतरीन विकल्प, और इन फंड्स में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।

स्मॉल कैप फंड्स: 2024 के टॉप परफॉर्मर्स

स्मॉल कैप फंड्स ने इस साल निवेशकों को शानदार रिटर्न दिए हैं। यहां टॉप 5 स्मॉल कैप फंड्स की लिस्ट दी गई है:

फंड का नाम 1 साल का रिटर्न AUM (करोड़ ₹)
Bandhan Small Cap Fund 46.5% 9248
Invesco India Small Cap 39.5% 5842
Tata Small Cap Fund 33.9% 9572
Bank of India Small Cap 33.3% 1613
HSBC Small Cap Fund 33.1% 17237

2025 के लिए स्मॉल कैप आउटलुक
2025 में, इन फंड्स का प्रदर्शन मजबूत रहने की संभावना है:

  • Bandhan Small Cap Fund
  • Invesco India Small Cap
  • SBI Small Cap Fund
  • Nippon India Small Cap Fund
  • Kotak Small Cap Fund

इन फंड्स में लॉन्ग-टर्म निवेश करने वाले और उच्च जोखिम उठाने की क्षमता रखने वाले निवेशकों के लिए अवसर हो सकते हैं।

मिड कैप फंड्स: 2024 के टॉप परफॉर्मर्स

मिड कैप फंड्स ने भी स्मॉल कैप की तरह ही निवेशकों को अच्छा रिटर्न दिया है। यहां 2024 के टॉप 5 मिड कैप फंड्स की लिस्ट दी गई है:

फंड का नाम 1 साल का रिटर्न AUM (करोड़ ₹)
Motilal Oswal Mid Cap 56% 22898
Invesco India Mid Cap 47.1% 5863
HSBC Mid Cap Fund 43.5% 11912
Edelweiss Mid Cap Fund 42.2% 8280
JM Mid Cap Fund 36.7% 1696

2025 के लिए मिड कैप आउटलुक
2025 में जिन मिड कैप फंड्स में निवेश का सुझाव दिया गया है, वे हैं:

  • Motilal Oswal Mid Cap Fund
  • Invesco India Mid Cap Fund
  • HSBC Mid Cap Fund
  • Edelweiss Mid Cap Fund
  • Mahindra Manulife Mid Cap Fund

ये फंड्स उन निवेशकों के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, जो मध्यम से दीर्घकालिक अवधि के लिए निवेश करना चाहते हैं।

निवेश से पहले ध्यान देने योग्य बातें

स्मॉल और मिड कैप फंड्स में निवेश करते समय निम्नलिखित बिंदुओं पर ध्यान देना चाहिए:

  1. AUM (एसेट्स अंडर मैनेजमेंट):
    फंड का AUM दर्शाता है कि फंड कितना बड़ा है और उस पर निवेशकों का भरोसा कितना है।
  2. पोर्टफोलियो का विश्लेषण:
    पोर्टफोलियो में मौजूद स्टॉक्स की संख्या और उनकी विविधता को समझें।
  3. फंड मैनेजर की डिटेल्स:
    फंड मैनेजर का अनुभव और उनकी निवेश रणनीतियां महत्वपूर्ण होती हैं।
  4. एक्सपेंस रेश्यो:
    कम एक्सपेंस रेश्यो वाले फंड्स आमतौर पर अधिक फायदेमंद होते हैं।
  5. फंड परफॉर्मेंस और टर्नओवर रेश्यो:
    पिछले प्रदर्शन और टर्नओवर रेश्यो (कितनी बार पोर्टफोलियो बदला गया है) की जांच करें।

स्मॉल और मिड कैप फंड्स में निवेश जोखिम

  1. वोलैटिलिटी:
    स्मॉल और मिड कैप स्टॉक्स अधिक अस्थिर होते हैं, जिससे रिटर्न में उतार-चढ़ाव हो सकता है।
  2. परफॉर्मेंस फ्लक्चुएशन:
    समय के साथ फंड का प्रदर्शन बदल सकता है।
  3. लंबा रिकवरी पीरियड:
    बाजार में गिरावट के दौरान रिकवरी में अधिक समय लग सकता है।