दिल्ली पुलिस का खुलासा: बांग्लादेशियों को अवैध तरीके से बसाने वाले बड़े रैकेट का पर्दाफाश

Abhinav Arora 1735040952939 1735

दिल्ली के 10 वर्षीय आध्यात्मिक कंटेंट क्रिएटर अभिनव अरोड़ा सोशल मीडिया पर एक जाना-माना चेहरा हैं। उन्हें लोग बाल संत के नाम से पुकारते हैं। उनके वीडियो अक्सर वायरल होते हैं, और उनके इंस्टाग्राम पर करीब 10 लाख फॉलोअर्स हैं। लेकिन इतनी कम उम्र में लोकप्रियता हासिल करने वाले अभिनव पर सोशल मीडिया से पैसे कमाने के आरोप भी लगे हैं। अब इन आरोपों का जवाब उनके पिता तरुण राज अरोड़ा ने दिया है।

सोशल मीडिया से कमाई के आरोप खारिज

अभिनव के पिता ने स्पष्ट किया है कि उनके बेटे के किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म को मोनेटाइज नहीं किया गया है, जबकि ये चैनल लंबे समय से मोनेटाइजेशन के लिए योग्य (Eligible) हैं।

  • तरुण अरोड़ा का बयान:

    “अभिनव के इंस्टाग्राम पर लगभग 10 लाख फॉलोअर्स हैं। लेकिन हमने किसी भी प्लेटफॉर्म को मोनेटाइज नहीं किया है।”

प्लेटफॉर्म: इंस्टाग्राम, फेसबुक, और यूट्यूब जैसे माध्यमों पर मोनेटाइजेशन की सुविधा होने के बावजूद, परिवार ने इसे सक्रिय नहीं किया है।

वृंदावन के होटलों से पैसे लेने के आरोप खारिज

अभिनव और उनके परिवार पर वृंदावन के होटलों से प्रचार के लिए पैसे लेने के आरोप भी लगे हैं।

  • तरुण अरोड़ा का जवाब:

    “अगर कोई होटल यह दावा करता है कि हमने उनसे प्रचार के लिए पैसे लिए हैं, तो यह पूरी तरह गलत है।”

    • परिवार ने बताया कि वे केवल उन होटलों का प्रचार करते हैं, जो वृंदावन के पर्यटन को सकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकते हैं, और वह भी बिना किसी शुल्क के।

भविष्य में मोनेटाइजेशन का उद्देश्य सेवा कार्य

अभिनव के पिता ने यह भी कहा कि यदि भविष्य में उनके सोशल मीडिया चैनल मोनेटाइज किए जाते हैं, तो उससे होने वाली आय का उपयोग धर्म और सेवा कार्यों के लिए किया जाएगा।

  • तरुण अरोड़ा:

    “सोशल मीडिया से होने वाली किसी भी आय का उपयोग गायों की देखभाल, संतों की सेवा और समाज कल्याण के लिए किया जाएगा। हमारा उद्देश्य व्यक्तिगत लाभ कमाना नहीं है।”

सोशल मीडिया ट्रोलिंग के खिलाफ कानूनी कदम

अभिनव के खिलाफ सोशल मीडिया पर चल रही ट्रोलिंग को लेकर उनके वकील पंकज आर्य ने अदालत का रुख किया है।

  • वकील का बयान:

    “कुछ लोग अभिनव और सनातन धर्म के खिलाफ अभियान चला रहे हैं। हमने अदालत में याचिका दायर की है और आवश्यकता पड़ने पर हाई कोर्ट या सुप्रीम कोर्ट तक जाएंगे।”

  • अगली सुनवाई: 3 जनवरी को होगी।
  • वकील ने ट्रोलिंग करने वाले यूट्यूबर्स के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की है।

अभिनव अरोड़ा का आध्यात्मिक सफर

अभिनव ने मात्र तीन साल की उम्र से आध्यात्मिक प्रवचन देना शुरू किया। उनके वीडियो न केवल बच्चों, बल्कि बड़ों के बीच भी काफी लोकप्रिय हैं।

  • मिशन:
    अभिनव और उनका परिवार सोशल मीडिया का इस्तेमाल केवल धर्म और समाज सेवा को बढ़ावा देने के लिए कर रहा है।
  • प्रसिद्धि:
    उनके प्रवचन और वीडियो ने उन्हें कम उम्र में ही सोशल मीडिया का बाल संत बना दिया है।