भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच जारी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है। भारतीय टीम ने सीरीज की शुरुआत जीत के साथ की थी, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने अगले दो मुकाबलों में दमदार वापसी करते हुए दूसरा टेस्ट जीता और तीसरे मैच को ड्रॉ में खत्म कर दिया। अब दोनों टीमें वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में जगह बनाने के लिए संघर्ष कर रही हैं।
पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली ने कहा है कि भारतीय टीम के पास मेलबर्न में आगामी मुकाबले में ट्रॉफी रिटेन करने और डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ में आगे बढ़ने का शानदार मौका है।
मेलबर्न की पिच पर भारत का पलड़ा भारी
बासित अली ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि भारत को मेलबर्न और सिडनी की पिचों से फायदा मिल सकता है। उन्होंने कहा:
“पर्थ, एडिलेड, और ब्रिसबेन की तुलना में मेलबर्न और सिडनी की पिचें भारतीय बल्लेबाजों के लिए अधिक अनुकूल होंगी।”
चौथा टेस्ट: 26 दिसंबर को बॉक्सिंग डे टेस्ट के रूप में मेलबर्न में शुरू होगा।
पांचवां और अंतिम टेस्ट: 3 जनवरी 2025 से सिडनी में खेला जाएगा।
भारत के पास जीत का सबसे अच्छा मौका
बासित ने कहा कि मेलबर्न में बेहतर विकेट मिलेगा और भारतीय टीम के पास जीतने का सबसे अच्छा मौका है। हालांकि, उन्होंने टीम चयन को लेकर कुछ सवाल भी उठाए।
“क्या भारत दो स्पिनरों के साथ जाएगा और किसी तेज गेंदबाज को बाहर करेगा? सिडनी और मेलबर्न की पिचें स्पिनरों को मदद कर सकती हैं, इसलिए यह रणनीति सही हो सकती है।”
ऑस्ट्रेलिया पर भी दबाव
बासित अली ने बताया कि ऑस्ट्रेलिया भी दबाव में है, क्योंकि अगर वे मेलबर्न में हारते हैं, तो उनके लिए डब्ल्यूटीसी फाइनल की दौड़ मुश्किल हो जाएगी।
उन्होंने कहा:
“ऑस्ट्रेलिया को श्रीलंका के खिलाफ दो टेस्ट खेलने हैं, जो उनकी घरेलू परिस्थितियों में बेहद खतरनाक टीम है।”
भारतीय बल्लेबाजों को सतर्क रहने की सलाह
बासित अली ने भारतीय बल्लेबाजों को एडिलेड और ब्रिसबेन जैसी गलतियों से बचने की चेतावनी दी।
“मेलबर्न में अगर भारतीय बल्लेबाज वही गलतियां दोहराते हैं, तो मुश्किलें खड़ी हो सकती हैं। हालांकि, टीम के पास आत्मविश्वास है क्योंकि उन्होंने तीसरे टेस्ट में फॉलोऑन बचाया है और सीरीज में थोड़ी बढ़त है।”
ऑस्ट्रेलिया की कमजोर कड़ी
उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजी पर निशाना साधते हुए कहा कि उनके पास फॉर्म में केवल एक बल्लेबाज, ट्रैविस हेड, है।
“स्टीव स्मिथ ने शतक लगाया है, लेकिन ऑस्ट्रेलिया को लाबुशेन, मिचेल मार्श, और उस्मान ख्वाजा जैसे अन्य बल्लेबाजों से प्रदर्शन की जरूरत है।”