पीरियड्स का हर महीने सही समय पर न आना महिलाओं के लिए एक आम समस्या हो सकती है, लेकिन इसे हल्के में लेना गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं की शुरुआत बन सकता है। अनियमित पीरियड्स (Irregular Periods) प्रेग्नेंसी से जुड़ी दिक्कतों और हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं। इसके पीछे आपकी कुछ गलत आदतें जिम्मेदार हो सकती हैं। जानिए कौन सी आदतें आपकी मेंस्ट्रुअल हेल्थ को प्रभावित करती हैं।
1. सोने के समय में गड़बड़ी
- क्या होता है: सोने-जागने का सही रूटीन न होना या हर दिन अलग समय पर सोना-उठना आपकी बॉडी के मेलाटोनिन और कार्टिसोल हार्मोन को प्रभावित करता है।
- असर: ये हार्मोन रिप्रोडक्टिव सिस्टम पर असर डालते हैं और मेंस्ट्रुअल साइकल को गड़बड़ा सकते हैं।
2. लगातार स्ट्रेस लेना
- क्या होता है: हर छोटी-बड़ी बात पर तनाव लेना आपके शरीर में कार्टिसोल लेवल को बढ़ा देता है।
- असर: यह हाइपोथैलेमस (जो पीरियड्स को नियंत्रित करने वाले हार्मोन को प्रोड्यूस करता है) पर असर डालता है।
- क्या करें: तनाव कम करने के लिए मेडिटेशन, एक्सरसाइज, या अपनी पसंदीदा एक्टिविटी करें।
3. हाई-कार्ब फूड का सेवन
- क्या होता है: मैदा, कॉर्नस्टार्च और अन्य हाई-कार्ब फूड्स का ज्यादा सेवन इंसुलिन रेजिस्टेंस पैदा करता है।
- असर: यह शरीर के एस्ट्रोजन और प्रोजेस्ट्रोन के बैलेंस को बिगाड़ देता है।
- क्या खाएं: फाइबर युक्त फल, सब्जियां और होल ग्रेन को अपनी डाइट में शामिल करें।
4. फिजिकल एक्टिविटी की कमी
- क्या होता है: बहुत ज्यादा निष्क्रिय रहना, जैसे घंटों बैठे रहना या कोई भी फिजिकल एक्टिविटी न करना।
- असर: इससे शरीर में एस्ट्रोजन लेवल बढ़ सकता है, जो पीरियड्स साइकल को डिस्टर्ब करता है।
- क्या करें: रोजाना कम से कम 30 मिनट एक्सरसाइज या वॉक करें।
5. हार्मोनल डिसऑर्डर
- क्या होता है: पीसीओडी जैसी समस्याएं शरीर में एड्रोजन और इंसुलिन के स्तर को असंतुलित करती हैं।
- असर: हार्मोनल असंतुलन की वजह से मेंस्ट्रुअल साइकल अनियमित हो सकता है।
- क्या करें: हेल्दी डाइट लें और डॉक्टर से परामर्श करें।
6. लंबे समय तक बैठे रहना
- क्या होता है: घंटों बैठे रहने से न केवल वजन बढ़ता है, बल्कि एस्ट्रोजन लेवल भी असामान्य रूप से बढ़ सकता है।
- असर: एस्ट्रोजन का असंतुलन मेंस्ट्रुअल साइकल को गड़बड़ कर सकता है।
- क्या करें: हर एक घंटे में ब्रेक लें और थोड़ी देर चलें।
7. विटामिन डी और आयरन की कमी
- क्या होता है: शरीर में विटामिन डी और आयरन की कमी हार्मोन के प्रोडक्शन को प्रभावित करती है।
- असर: विटामिन डी हार्मोन और मेंस्ट्रुअल साइकल को रेगुलेट करता है। इसकी कमी पीरियड्स में देरी या अनियमितता पैदा कर सकती है।
- क्या करें:
- धूप में समय बिताएं।
- आयरन युक्त फूड्स जैसे पालक, दालें और बीन्स खाएं।
- विटामिन डी सप्लीमेंट्स लें, लेकिन डॉक्टर की सलाह से।