भारत मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी जारी की है कि नया साल शुरू होने से पहले उत्तर भारत में ठंड का प्रकोप और बढ़ने वाला है। विभाग ने बताया है कि 26 दिसंबर से पश्चिमी विक्षोभ के असर से हिमालयी क्षेत्रों और मैदानी इलाकों में बड़े पैमाने पर मौसम में बदलाव देखने को मिलेगा।
पश्चिमी विक्षोभ से बर्फबारी और शीतलहर का अनुमान
- पश्चिमी विक्षोभ के कारण 27 से 29 दिसंबर के बीच पश्चिमी हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और छिटपुट बारिश की संभावना है।
- अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी के चलते मैदानी इलाकों में शीतलहर का प्रकोप और बढ़ सकता है।
- हिमाचल प्रदेश, जम्मू-कश्मीर और लद्दाख जैसे क्षेत्रों में ठंड गंभीर स्तर तक पहुंचने की संभावना है।
गरज और ओलावृष्टि का भी अलर्ट
IMD ने 27-28 दिसंबर को उत्तर और मध्य भारत के कई राज्यों में गरज के साथ ओलावृष्टि का अलर्ट जारी किया है।
- प्रभावित क्षेत्र: पंजाब, हरियाणा, दिल्ली-एनसीआर, पश्चिम उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र और गुजरात।
- 26-28 दिसंबर के बीच महाराष्ट्र और गुजरात में भी बारिश होने की संभावना है।
हिमालयी क्षेत्रों में बर्फबारी और गंभीर ठंड
कश्मीर घाटी:
कश्मीर घाटी में शीतलहर का कहर जारी है।
- श्रीनगर में रविवार रात न्यूनतम तापमान -3.6°C दर्ज किया गया।
- पहलगाम में तापमान -5°C तक पहुंच गया, जबकि गुलमर्ग में पारा -4.8°C रहा।
- कोनीबल क्षेत्र -6.0°C के साथ घाटी का सबसे ठंडा स्थान रहा।
पर्यटकों के लिए चेतावनी:
पर्यटकों और स्थानीय लोगों को सलाह दी गई है कि वे बर्फबारी और शून्य से नीचे तापमान के कारण सड़क पर संभावित खतरों को ध्यान में रखते हुए प्रशासन के दिशा-निर्देशों का पालन करें।
शिमला और हिमाचल में बर्फबारी का आनंद
शिमला:
हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला ने सोमवार को बर्फ की सफेद चादर ओढ़ ली।
- क्रिसमस से पहले हुई बर्फबारी ने पर्यटकों और स्थानीय लोगों के चेहरों पर खुशी ला दी है।
- आसपास के क्षेत्रों, जैसे कुफरी, नारकंडा, खड़ापत्थर, चूड़धार और चांशल, में भी भारी बर्फबारी हुई।
पर्यटन और खेती में लाभ:
- बर्फबारी से पर्यटन उद्योग को बढ़ावा मिलेगा, और स्थानीय सेब उत्पादकों को बेहतर फसल की उम्मीद है।
- रिज और मॉल रोड जैसे स्थलों पर पर्यटक बर्फबारी का आनंद लेते नजर आए।
आने वाले दिनों में मौसम का पूर्वानुमान
- हिमाचल और उत्तराखंड:
मध्य और ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और बारिश का अनुमान है। - उत्तर भारत के मैदानी इलाके:
शीतलहर और कोहरे के कारण ठंड और बढ़ने की संभावना है। - कश्मीर घाटी:
अगले 48 घंटों में तापमान में और गिरावट होने का अनुमान है।
मौसम के खतरों से बचाव के लिए सुझाव
- यातायात पर ध्यान दें: ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फ के कारण सड़कें खतरनाक हो सकती हैं।
- गर्म कपड़े पहनें: ठंड से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े और हीटर का इस्तेमाल करें।
- योजना बनाकर यात्रा करें: पर्यटन स्थलों पर जाने से पहले मौसम की जानकारी अवश्य लें।