छोटे बच्चों के साथ फ्लाइट में यात्रा करना कई माता-पिता के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है। इसका सबसे बड़ा कारण है फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिंग के दौरान होने वाला कान का दर्द। बच्चों के कान वयस्कों की तुलना में अधिक संवेदनशील होते हैं, और हवा के दबाव (Air Pressure) को झेलने की उनकी क्षमता कम होती है। यही कारण है कि कई बच्चे फ्लाइट के दौरान रोने लगते हैं।
अगर आप भी अपने बच्चे के साथ फ्लाइट में यात्रा की तैयारी कर रहे हैं, तो यहां बताए गए आसान टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।
1. पेसिफायर का इस्तेमाल करें
- छोटे बच्चों के लिए:
- 2 साल तक के बच्चों को फ्लाइट के दौरान पेसिफायर (Pacifier) जरूर दें।
- पेसिफायर चूसने से कान की यूस्टेशियन ट्यूब (Eustachian Tube) खुलती है, जिससे दबाव कम होता है।
- फायदा:
- यह कान के दर्द को रोकने में बेहद प्रभावी होता है।
2. चबाने के लिए दें हार्ड कैंडी या स्नैक्स
- बड़े बच्चों के लिए:
- 4 साल से बड़े बच्चों को हार्ड कैंडी, च्युइंग गम, या चबाने के लिए स्नैक्स दें।
- लैंडिंग और टेकऑफ के दौरान बच्चों को कुछ चबाने के लिए देना बेहद फायदेमंद होता है।
- कैसे काम करता है:
- चबाने से जबड़ों में मूवमेंट होता है, जिससे कान की ट्यूब में प्रेशर बैलेंस होता है और दर्द कम होता है।
3. बच्चे का ध्यान भटकाएं
- ध्यान हटाने की तकनीक:
- अगर बच्चा कान के दर्द को लेकर बहुत संवेदनशील है, तो उसका ध्यान दूसरी चीजों पर लगाएं।
- क्या करें:
- खिलौने, किताबें, या टैबलेट पर कार्टून चलाकर बच्चे का मनोरंजन करें।
- अगर बच्चा छोटा है, तो उसे गोद में लेकर खेलाएं।
- फायदा:
- बच्चे का ध्यान दर्द से हट जाता है और वह अधिक सहज महसूस करता है।
4. हेडफोन का उपयोग करें
- 3 साल से बड़े बच्चों के लिए:
- फ्लाइट के टेकऑफ और लैंडिंग के समय बच्चे को हेडफोन पहनाएं।
- हेडफोन में उसकी पसंदीदा पोएम्स या गाने चलाएं।
- फायदा:
- बच्चे का ध्यान दर्द से हटकर गाने पर केंद्रित हो जाता है।
- हेडफोन के जरिए बाहर के शोर से भी राहत मिलती है।
5. बोतल से दूध या पानी पिलाएं
- शिशुओं के लिए:
- टेकऑफ और लैंडिंग के समय बच्चे को दूध या पानी पिलाएं।
- बोतल से चूसने की प्रक्रिया भी पेसिफायर की तरह दबाव को कम करती है।
- फायदा:
- यह शिशुओं के कान के दर्द को रोकने का आसान और प्रभावी तरीका है।
6. नाक और कान बंद रखें (Earplugs और Nasal Spray का इस्तेमाल):
- बच्चों के लिए सॉफ्ट ईयरप्लग्स का इस्तेमाल करें, जो कानों को दबाव से बचाते हैं।
- नोट: यदि बच्चे को जुकाम या बंद नाक की समस्या हो, तो डॉक्टर की सलाह से फ्लाइट से पहले नाक में स्प्रे का इस्तेमाल करें।