अहमदाबाद: आर्थिक मोर्चे पर सरकार के लिए राहत की खबर आई है. बुधवार को जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, नवंबर में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 16.45 फीसदी बढ़ा है. इस बढ़ोतरी से वित्त वर्ष 2025 में सरकारी खजाना रु. 15.82 लाख करोड़ की बढ़ोतरी हुई है.
सरकार के मुताबिक प्रत्यक्ष कर संग्रह में यह बढ़ोतरी अग्रिम कर संग्रह में बढ़ोतरी के कारण हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस दौरान एडवांस टैक्स कलेक्शन 21 फीसदी बढ़कर 2.5 करोड़ रुपये हो गया. 7.56 लाख करोड़ का हुआ है. रिफंड की कटौती के बाद शुद्ध कॉर्पोरेट कर संग्रह रु. 6.83 लाख करोड़ रु. 7.42 लाख करोड़ का हुआ है. शुद्ध गैर-कॉर्पोरेट कर रु. सरकार के पास 7.97 लाख करोड़ रुपये जमा हो चुके हैं.
1 अप्रैल से 17 दिसंबर 2024 तक प्रतिभूति लेनदेन कर से रु. 40,114 करोड़ का कलेक्शन हुआ. इस दौरान रु. 3.39 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया, जो साल-दर-साल 42.49 फीसदी की बढ़ोतरी दर्शाता है.
1 अप्रैल से 17 दिसंबर 2024 तक सकल प्रत्यक्ष कर संग्रह, जिसमें कॉर्पोरेट टैक्स, व्यक्तिगत आयकर और एसटीटी शामिल हैं, रु. 19.21 लाख करोड़ खत्म हो गए. यह 2023 की समान अवधि की तुलना में 20.32 प्रतिशत की वृद्धि दर्शाता है। कॉरपोरेट टैक्स का कुल सकल संग्रह 9.24 लाख करोड़ रुपये रहा, जो पिछले साल के 7.90 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है.