मशहूर गायक गुरु रंधावा ने किसान आंदोलन को लेकर अपनी चिंता जाहिर की है और सोशल मीडिया पर अपनी राय साझा की है। शंभू और खनौरी बॉर्डर पर हो रहे किसान प्रोटेस्ट को लेकर गुरु रंधावा ने सरकार से शांति से बातचीत करने की अपील की। हालांकि, उनके ट्वीट पर कुछ लोगों ने ट्रोलिंग भी की, जिसका गुरु ने बेहद शालीनता से जवाब दिया।
गुरु रंधावा का ट्वीट
गुरु रंधावा ने ट्वीट किया:
“किसान हमारे देश के हर घर को खाना देते हैं। उनकी आवाज सुनी जानी चाहिए। सरकार के अधिकारियों से दरख्वास्त करता हूं कि प्लीज किसानों के साथ बैठकर उनसे बात कर लें।”
उनका यह ट्वीट वायरल हो गया और इसे लेकर सोशल मीडिया पर तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं आईं।
ट्रोल का जवाब: शालीनता से पेश आए गुरु
गुरु के ट्वीट पर एक शख्स ने उन्हें ट्रोल करते हुए लिखा, “पैसे मिल गए या धमकी?”
इस पर गुरु रंधावा ने शालीनता से जवाब देते हुए कहा:
“मैं खुद किसान परिवार से हूं मेरे भाई, दोनों में से कुछ नहीं मिला। सिर्फ रिक्वेस्ट कर रहा हूं एक भारतीय के नाते। खुश रहो। पता नहीं लग रहा है क्या हो रहा है हमारे देश में। कुछ भी लिखो नफरत तो मिलनी ही है। खुश रहो भाई।”
गुरु का देशभक्ति से भरा पोस्ट
गुरु ने एक और पोस्ट में देश के प्रति अपना प्यार जाहिर करते हुए लिखा:
“एक साथ होकर अपने देश को सपोर्ट करते हैं। मेरी मिट्टी, मेरा देश दुनिया का बेस्ट देश है।”
सोशल मीडिया पर मिली मिली-जुली प्रतिक्रियाएं
गुरु रंधावा के ट्वीट और पोस्ट पर लोगों ने तरह-तरह की प्रतिक्रियाएं दीं:
- समर्थन: कई लोगों ने गुरु की सादगी और किसानों के प्रति उनके समर्थन की सराहना की।
- आलोचना: कुछ लोगों ने उनके ट्वीट को लेकर सवाल उठाए और इसे प्रोपेगेंडा से जोड़ने की कोशिश की।
गुरु की अपील: शांति और बातचीत का रास्ता अपनाएं
गुरु रंधावा ने सरकार से अपील की कि किसानों की समस्याओं को समझने और उनका समाधान करने के लिए उनसे बातचीत करें। उनका कहना है कि किसान हमारे देश की रीढ़ हैं और उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता पर होना चाहिए।