उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र के पहले दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। संभल को लेकर विपक्ष के हंगामे के बीच मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि प्रदेश में न्यायालय के आदेशों का पालन करना प्रशासन का दायित्व है और संभल में प्रशासन वही कर रहा है। उन्होंने विपक्ष को चेतावनी भरे अंदाज में कहा कि भारत में केवल राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा ही चलेगी, बाबर और औरंगजेब की नहीं।
संभल विवाद पर सीएम योगी की कड़ी टिप्पणी
विपक्ष द्वारा संभल में प्रशासनिक कार्रवाई पर सवाल उठाने के बाद सीएम योगी ने सीधे शब्दों में कहा:
- ‘मंदिर को न छेड़कर बड़ी कृपा की, लेकिन 22 कुओं को क्यों पाटा गया?’
मुख्यमंत्री ने सपा (समाजवादी पार्टी) पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मंदिर को तो छूने की हिम्मत नहीं की, लेकिन 22 कुओं को किसने बंद किया और वहां मूर्तियां कैसे मिलीं? - ‘नोटिस से परेशानी क्यों?’
उन्होंने पूछा कि अगर प्रशासन कानून का पालन कर रहा है तो इससे किसी को दिक्कत क्यों होनी चाहिए।
तुर्क-पठान विवाद और शफीकुर्रहमान बर्क पर निशाना
संभल में चल रहे तुर्क-पठान विवाद का जिक्र करते हुए सीएम योगी ने कहा कि यह समस्या आज की नहीं है।
- बर्क पर हमला: उन्होंने सपा के पूर्व सांसद शफीकुर्रहमान बर्क को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “बर्क खुद को भारत का नागरिक नहीं, बल्कि बाबर की संतान कहते थे।”
- सीधा सवाल: योगी ने कहा, “आपको तय करना है कि आप राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा को मानते हैं या आक्रांताओं को अपना आदर्श मानते हैं।”
‘अवैध बिजली कनेक्शन और सबस्टेशन का मुद्दा’
संभल में बिजली चोरी और अवैध सबस्टेशन का मुद्दा उठाते हुए मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि धार्मिक स्थलों से अवैध रूप से मिनी स्टेशन संचालित किए जा रहे हैं।
- फ्री कनेक्शन का मामला: मुख्यमंत्री ने कहा कि कई मस्जिदों में अवैध सबस्टेशन बनाए गए थे, जहां मुफ्त में बिजली कनेक्शन बांटे जा रहे थे।
- लाइन लॉस का जिक्र: उन्होंने खुलासा किया कि पावर कॉरपोरेशन का औसत लाइन लॉस 30% है, लेकिन संभल के दीपासराय और मीरासराय इलाकों में यह क्रमश: 78% और 82% है। उन्होंने इसे “देश के संसाधनों पर खुली लूट” करार दिया।
विपक्ष पर तीखे तंज
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्ष को कड़ी फटकार लगाते हुए कहा:
- ‘सच सामने आता है तो बुरा लगता है।’
उन्होंने कहा कि सच्चाई जब सामने आती है, तो विपक्ष को असहजता होती है। जो खुद बराबरी नहीं कर सकते, वे केवल बुराई करते हैं। - ‘आपकी बुराई में सत्य नहीं।’
योगी ने कहा कि विपक्ष की आलोचना पक्षपातपूर्ण है और इससे लोकतंत्र की नींव कमजोर होती है।
त्योहारों पर सख्त रुख
मुख्यमंत्री ने हिंदू पर्वों के दौरान विवाद पैदा करने वालों को चेतावनी दी।
- उन्होंने स्पष्ट कहा कि मुस्लिम या अन्य धर्मों के त्योहारों के दौरान यदि कोई समस्या नहीं होती, तो हिंदू त्योहारों पर किसी भी प्रकार की बाधा स्वीकार नहीं की जाएगी।
- “अगर कोई समस्या खड़ी करेगा, तो सरकार सख्ती से निपटेगी।”
निष्कर्ष: परंपरा और कानून के पक्षधर योगी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शीतकालीन सत्र में विपक्ष को घेरते हुए स्पष्ट कर दिया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था और सांस्कृतिक परंपराओं को लेकर सरकार सख्त रुख अपनाएगी। उन्होंने संभल विवाद से लेकर बिजली चोरी और त्योहारों के दौरान उत्पन्न बाधाओं पर विपक्ष को कठघरे में खड़ा किया। साथ ही, राम, कृष्ण और बुद्ध की परंपरा को भारत की पहचान बताते हुए स्पष्ट किया कि आक्रांताओं की परंपरा को कोई स्थान नहीं मिलेगा।