कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो को उनकी करीबी सहयोगी और उप-प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने बड़ा झटका दिया है। ट्रूडो कैबिनेट में वित्त मंत्री और डिप्टी पीएम का अहम पद संभाल रहीं फ्रीलैंड ने न केवल अपने पद से इस्तीफा दे दिया, बल्कि सोशल मीडिया पर सार्वजनिक रूप से प्रधानमंत्री ट्रूडो को खरी-खोटी सुनाई।
इस्तीफे की वजह: वित्तीय नीतियों पर मतभेद
क्रिस्टिया फ्रीलैंड और जस्टिन ट्रूडो के बीच बीते कुछ हफ्तों से अस्थायी कर छूट और सरकारी खर्च से जुड़े प्रस्तावों को लेकर गंभीर मतभेद चल रहे थे। यह मतभेद इतना गहरा हो गया कि फ्रीलैंड ने इस्तीफा देना ही बेहतर समझा।
- फ्रीलैंड का पत्र: उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट किए गए पत्र में लिखा, “पिछले कुछ हफ्तों से, हम कनाडा के लिए सबसे अच्छा रास्ता तय करने को लेकर असमंजस में हैं।”
- ट्रूडो की प्रतिक्रिया: फ्रीलैंड ने बताया कि शुक्रवार को ट्रूडो ने उनसे कहा कि वह उन्हें वित्त मंत्री के तौर पर काम करते हुए नहीं देखना चाहते और कैबिनेट में किसी अन्य पद की पेशकश की।
कैबिनेट से इस्तीफा: फ्रीलैंड का बयान
फ्रीलैंड ने कहा, “प्रधानमंत्री की पेशकश पर विचार करने के बाद मैंने महसूस किया कि मेरे लिए कैबिनेट से इस्तीफा देना ही ईमानदारी का रास्ता है।” फ्रीलैंड ने अपने इस फैसले को सार्वजनिक करते हुए ट्रूडो के नेतृत्व पर सवाल खड़े किए और उनके साथ अपने मतभेदों को स्पष्ट रूप से उजागर किया।
कौन हैं क्रिस्टिया फ्रीलैंड?
क्रिस्टिया फ्रीलैंड ट्रूडो कैबिनेट की सबसे अनुभवी और भरोसेमंद नेताओं में से एक मानी जाती थीं।
- डिप्टी पीएम और वित्त मंत्री: फ्रीलैंड ट्रूडो सरकार में उप-प्रधानमंत्री के साथ-साथ वित्त मंत्री का अहम जिम्मा संभाल रही थीं।
- करीबी सहयोगी: उन्हें जस्टिन ट्रूडो के सबसे भरोसेमंद और प्रभावशाली मंत्रियों में से एक माना जाता था।
क्या है विवाद की असली वजह?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विवाद का कारण अस्थायी कर छूट और सरकारी खर्च के अन्य प्रस्ताव थे।
- कर छूट पर मतभेद: फ्रीलैंड ने इन प्रस्तावों पर सख्त विरोध जताया था, जबकि ट्रूडो इसे आगे बढ़ाना चाहते थे।
- आर्थिक फैसलों को लेकर असहमति: फ्रीलैंड ने अपने पत्र में लिखा कि वे कनाडा के आर्थिक भविष्य के लिए अलग-अलग दृष्टिकोण रखते हैं।
कौन होगा नया वित्त मंत्री?
फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद यह सवाल उठ रहा है कि उनकी जगह कौन लेगा।
- मार्क कार्नी का नाम चर्चा में: रॉयटर्स की रिपोर्ट के अनुसार, बैंक ऑफ कनाडा के पूर्व गवर्नर मार्क कार्नी को नया वित्त मंत्री बनाया जा सकता है।
- परंपरा का सवाल: हालांकि, कार्नी वर्तमान में सांसद नहीं हैं। यदि उन्हें वित्त मंत्री बनाया जाता है, तो परंपरा के अनुसार उन्हें हाउस ऑफ कॉमन्स में सीट के लिए चुनाव लड़ना होगा।
ट्रूडो की मुश्किलें बढ़ीं
क्रिस्टिया फ्रीलैंड का इस्तीफा ट्रूडो सरकार के लिए एक बड़ा झटका है।
- नेतृत्व पर सवाल: उनके इस्तीफे से सरकार की आर्थिक नीतियों पर सवाल खड़े हो सकते हैं।
- साख पर असर: फ्रीलैंड का जाना ट्रूडो के नेतृत्व की साख को नुकसान पहुंचा सकता है, खासकर ऐसे समय में जब कनाडा आर्थिक चुनौतियों का सामना कर रहा है।