AI इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में उनकी पत्नी निकिता सिंघानिया की गिरफ्तारी ने कई चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। बेंगलुरु पुलिस ने निकिता को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता ने कई चालें चलीं। वह सर्विलांस से बचने के लिए केवल वॉट्सऐप कॉल का इस्तेमाल करती थी और हर दिन अपनी लोकेशन बदलती रहती थी।
गिरफ्तारी की पूरी कहानी
गुरुग्राम में पकड़ी गई निकिता
बेंगलुरु पुलिस ने निकिता को गुरुग्राम से गिरफ्तार किया। वहीं, निकिता की मां निशा और भाई अनुराग को प्रयागराज से हिरासत में लिया गया। गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता ने अपनी लोकेशन लगातार बदलती रही।
निकिता की जमानत की कोशिश
अपने पति के आत्महत्या मामले में गिरफ्तारी से बचने के लिए निकिता ने जमानत की कोशिश भी की। लेकिन पुलिस की सतर्कता से उसकी यह योजना नाकाम रही।
पिछले हफ्ते, बेंगलुरु में अतुल सुभाष ने आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने एक 68 मिनट के वीडियो और 24 पन्नों के सुसाइड नोट में निकिता और उसके परिवार पर गंभीर आरोप लगाए थे। उन्होंने बताया था कि किस तरह निकिता और उसके परिवार ने उनकी जिंदगी को नर्क बना दिया था।
पुलिस को कैसे मिली कामयाबी?
ताला लगाकर फरार हुए आरोपी
जब निकिता और उसके परिवार को पता चला कि कर्नाटक पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करने वाली है, तो उन्होंने यूपी के जौनपुर स्थित अपने घर पर ताला लगा दिया और फरार हो गए।
पुलिस ने घर की दीवारों पर नोटिस चिपकाकर उन्हें तीन दिन के भीतर पेश होने को कहा।
स्पेशल टीम की रणनीति
- पुलिस ने आरोपियों के सभी करीबी दोस्तों और रिश्तेदारों की लिस्ट तैयार की।
- निगरानी बढ़ा दी गई, क्योंकि आरोपी केवल वॉट्सऐप कॉल का इस्तेमाल कर रहे थे, जिससे ट्रैकिंग मुश्किल हो रही थी।
निकिता की एक गलती बनी गिरफ्तारी की वजह
निकिता ने एक रिश्तेदार को फोन कॉल कर दिया, जिससे पुलिस को सुराग मिल गया।
- टावर लोकेशन के आधार पर पुलिस ने गुरुग्राम के रेल विहार इलाके में एक PG में छिपी निकिता को पकड़ लिया।
- सख्त पूछताछ के दौरान निकिता ने अपनी मां और भाई को फोन किया, जिसके बाद पुलिस ने उनकी लोकेशन ट्रैक कर ली।
- पुलिस ने उत्तर प्रदेश के झूंसी शहर से निशा और अनुराग को गिरफ्तार कर लिया।
9 घंटे की पूछताछ और बच्चे की सुरक्षा
- पुलिस ने बेंगलुरु ले जाते समय आरोपियों से करीब 9 घंटे तक पूछताछ की।
- निकिता के 2 वर्षीय बच्चे को एक रिश्तेदार की देखभाल में सौंप दिया गया।
- अतुल सुभाष के परिवार ने बच्चे को अपनी देखरेख में लेने की मांग की है।
आगे की कार्रवाई
- निकिता और उसके परिवार के सदस्य जमानत याचिका दायर करने की तैयारी कर रहे हैं।
- जरूरत पड़ने पर पुलिस आरोपी की हिरासत के लिए बॉडी वारंट की मांग कर सकती है।