छगन भुजबल: महाराष्ट्र में शिवसेना के बाद अब एनसीपी भी ताल ठोक रही है. एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल को महाराष्ट्र सरकार के मंत्रिमंडल में जगह नहीं मिलने पर उनके समर्थकों ने हंगामा किया. नासिक में एनसीपी दफ्तर के बाहर भुजबल समर्थकों ने टायर जलाए. मुख्यमंत्री देवेन्द्र फड़णवीस के मंत्रिमंडल के मंत्रियों ने कल शपथ ली।
छगन भुजबल के समर्थक नाराज हैं
नई गठबंधन सरकार में 39 मंत्री बनाए गए हैं. जिसमें बीजेपी के कोटे से 19 मंत्री, शिवसेना के शिंदे गुट के कोटे से 11 मंत्री जबकि एनसीपी के अजित पवार के कोटे से 9 मंत्री बनाए गए हैं. इन नौ मंत्रियों में एनसीपी के वरिष्ठ नेता छगन भुजबल शामिल नहीं थे. इससे असंतुष्ट समर्थक नाराज हैं।
इससे पहले छगन भुजबल रविवार को नागपुर में पार्टी की बैठक में शामिल नहीं हुए थे. भुजबल होटल में रुके थे. हालांकि, कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने के सवाल पर उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया.
ढाई साल बाद अन्य विधायकों को मौका दिया जाएगा
वहीं, छगन भुजबल को कैबिनेट में शामिल न किए जाने को लेकर जब राज्य के डिप्टी सीएम और एनसीपी अध्यक्ष अजित पवार से सवाल किया गया तो उन्होंने इस बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. हालांकि, अजित पवार ने साफ कर दिया है कि उनकी पार्टी से मंत्री बनाए गए सभी विधायक सिर्फ ढाई साल तक ही सरकार में रहेंगे. ढाई साल बाद अन्य विधायकों को मौका दिया जाएगा.
NCP के इन 9 विधायकों ने ली शपथ
एनसीपी के 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है. जिसमें हसन मुश्रीफ, धनंजय मुंडे, दत्तात्रय भरणे, अदिति तटकरे को मंत्री बनाया गया है. इसके साथ ही पार्टी विधायक मणिकराव कोकाटे, नरहरि ज़िरवाल, मकरंद जाधव पाटिल, बाबासाहेब पाटिल, इंद्रनील नाइक ने भी मंत्री पद की शपथ ली है। महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव के नतीजे 23 नवंबर को घोषित किये गये थे. महायुति गठबंधन ने राज्य की 288 सीटों में से 230 सीटें जीतीं।