अलीगढ़ में मीट फैक्ट्री में गैस रिसाव, 5 लोग हुए बेहोश, जांच जारी

116351232

उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के अमरपुर कोंडला इलाके में एक मीट फैक्ट्री में देर रात गैस रिसाव की घटना हुई, जिसके कारण पांच लोग बेहोश हो गए। यह हादसा उस वक्त हुआ जब फैक्ट्री में काम चल रहा था। अचानक गैस का रिसाव होने से वहां मौजूद कर्मचारियों की तबीयत बिगड़ गई, और वे एक-एक करके बेहोश होने लगे।

घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय लोग और पुलिस मौके पर पहुंच गए। बेहोश हुए लोगों को तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। फिलहाल, गैस लीक की वजह का पता लगाने के लिए प्रशासन ने जांच के आदेश दिए हैं।

गैस रिसाव के कारण फैक्ट्री में अफरा-तफरी

मीट फैक्ट्री में काम कर रहे कर्मचारी अचानक गैस रिसाव की चपेट में आ गए। गैस के संपर्क में आने के तुरंत बाद चार महिलाएं और एक पुरुष बेहोश हो गए। फैक्ट्री में अफरा-तफरी मच गई और घटना की जानकारी स्थानीय प्रशासन को दी गई। पुलिस ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और घायलों को अस्पताल पहुंचाने में मदद की।

मलखान सिंह अस्पताल में भर्ती कराए गए पीड़ित

बेहोश हुए लोगों को मलखान सिंह अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल के डॉक्टर सचिन वर्मा ने जानकारी दी कि,
“चार महिलाएं और एक पुरुष को अमरपुर कोंडला से यहां लाया गया था। इन्हें अस्पताल लाने वाले व्यक्ति ने अपनी पहचान जन्नत अली के रूप में बताई। हमने सभी मरीजों को प्राथमिक चिकित्सा और ऑक्सीजन दी।”

डॉ. वर्मा ने आगे बताया कि जब अस्पताल प्रशासन इलाज से संबंधित कागजी कार्रवाई कर रहा था, उसी समय जन्नत अली बिना किसी को बताए मरीजों को लेकर वहां से चला गया।

गैस रिसाव के कारणों की जांच शुरू

प्रशासन ने इस घटना के पीछे के कारणों का पता लगाने के लिए जांच के आदेश दिए हैं। अधिकारियों का कहना है कि यह पता लगाया जाएगा कि गैस रिसाव किस वजह से हुआ और फैक्ट्री में सुरक्षा मानकों का पालन किया जा रहा था या नहीं।

स्थानीय प्रशासन की कार्रवाई

घटना के बाद पुलिस और प्रशासन ने फैक्ट्री के मालिक और प्रबंधन से पूछताछ शुरू कर दी है। यह सुनिश्चित करने के लिए सख्त कदम उठाए जाएंगे कि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।

गैस रिसाव की घटनाओं पर बढ़ती चिंता

इस घटना ने औद्योगिक इकाइयों में सुरक्षा मानकों पर सवाल खड़े कर दिए हैं। गैस रिसाव जैसी घटनाएं न केवल कर्मचारियों के लिए घातक साबित हो सकती हैं, बल्कि इससे आसपास के इलाकों में भी खतरा बढ़ जाता है। प्रशासन को चाहिए कि वे फैक्ट्रियों में सुरक्षा व्यवस्था की सख्त जांच करें और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें।