सहरसा, 15 दिसंबर (हि.स.)। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलखुआ में 11 पंचायत हैं। करीब 2 लाख की आबादी पर इस क्षेत्र के सुदूर इलाका में मात्र इकलौता सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलखुआ है। भौगोलिक दृष्टिकोण से काफी पिछड़ा हुआ इलाका है। इस सामुदायिक केंद्र सलखुआ में 12 एमबीबीएस चिकित्सक का स्वीकृत पद है, जिसके विरुद्ध मात्र एक एमबीबीएस चिकित्सक कार्यरत है। चारो दिशा में सड़क के बीचों-बीच रेलवे लाइन गुजरती है,जिस कारण कोई न कोई घटना- दुर्घटना आए दिन घटती रहती है।लोग इलाज के लिए सामुदायिक केंद्र सलखुआ आते हैं तो वहां एमबीबीएस के बदले आयुष चिकित्सक को कार्य करते देखा जाता है।आपात कालीन में रोगियों को सदर अस्पताल सहरसा रेफर कर दिया जाता है।
इन दिनों सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलखुआ में एमबीबीएस चिकित्सक की घोर कमी है तथा आयुष चिकित्सक को जख्म प्रतिवेदन लिखने के लिए वरीय पदाधिकारी द्वारा आदेश किया जा रहा है जो की नियम विरुद्ध एवं अत्यंत निंदनीय है। जन्म मानस के कल्याण हेतु यथाशीघ्र यहां एमबीबीएस चिकित्सक की निकट भविष्य में पदस्थापित नितांत आवश्यक है यह कि यहां प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी का रहना भी अत्यंत आवश्यक है। जनता महादलित संघ सहरसा के जिला सचिव अशोक राम ने जनसमुदाय की समस्या को ध्यान में रखते हुए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सलखुआ में एमबीब की मांग की है।