पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने इंटरनेशनल क्रिकेट से लिया संन्यास

14 12 2024 Mohammad Amir Retirem

नई दिल्ली: पाकिस्तान के स्टार तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने शनिवार को इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी। आमिर ने जून 2009 में अपना इंटरनेशनल डेब्यू किया था और उन्होंने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट, 61 वनडे और 62 टी20 मैच खेले।

आमिर के करियर का सफर

अपने करियर में मोहम्मद आमिर ने कुल 271 इंटरनेशनल विकेट हासिल किए। इसके अलावा, सभी फॉर्मेट में उन्होंने 1,179 रन भी बनाए। आमिर का करियर कई यादगार प्रदर्शनों से भरा रहा, लेकिन उनकी सबसे चर्चित परफॉर्मेंस 2017 चैंपियंस ट्रॉफी फाइनल में भारत के खिलाफ रही।

2017 चैंपियंस ट्रॉफी का यादगार प्रदर्शन

फाइनल मुकाबले में आमिर ने भारत के तीन प्रमुख बल्लेबाजों – रोहित शर्मा, विराट कोहली और शिखर धवन को पवेलियन भेजकर पाकिस्तान को जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। उनके इस प्रदर्शन को क्रिकेट इतिहास में हमेशा याद रखा जाएगा।

इमाद वसीम के संन्यास के बाद आमिर का फैसला

गौरतलब है कि आमिर से एक दिन पहले ही पाकिस्तान के ऑलराउंडर इमाद वसीम ने भी इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास की घोषणा की थी। दोनों ही खिलाड़ी इस साल अमेरिका और वेस्टइंडीज में आयोजित टी20 वर्ल्ड कप 2024 में पाकिस्तान की टीम का हिस्सा थे।

सोशल मीडिया पर आमिर का संदेश

मोहम्मद आमिर ने अपने संन्यास की घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर की। उन्होंने लिखा:

“सावधानीपूर्वक विचार करने के बाद मैंने इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्यास लेने का कठिन निर्णय लिया है। ये फैसले कभी आसान नहीं होते, लेकिन कभी-कभी ये जरूरी हो जाते हैं।”

फैंस और टीम को धन्यवाद

अपने संदेश में आमिर ने फैंस और टीम का आभार व्यक्त करते हुए कहा:

“मुझे लगता है कि यह अगली पीढ़ी को कमान सौंपने और पाकिस्तान क्रिकेट को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का सही समय है। अपने देश का प्रतिनिधित्व करना मेरे जीवन का सबसे बड़ा सम्मान रहा है और हमेशा रहेगा। मैं पीसीबी, अपने परिवार, दोस्तों और फैंस का उनके निरंतर समर्थन और प्यार के लिए ईमानदारी से धन्यवाद करता हूं।”

आमिर का करियर विवादों के साथ उपलब्धियों से भरा

  • 2009 में डेब्यू के बाद आमिर ने अपनी स्विंग और गति से सभी को प्रभावित किया।
  • हालांकि, उनका करियर 2010 में स्पॉट फिक्सिंग विवाद के कारण बाधित हुआ और उन्हें 5 साल का बैन झेलना पड़ा।
  • बैन के बाद वापसी करते हुए उन्होंने अपनी गेंदबाजी से फिर से जगह बनाई और पाकिस्तान को कई महत्वपूर्ण जीत दिलाई।