प्रयागराज,13 दिसंबर (हि.स.)। देश में एक ऐसे ही डबल इंजन सरकार था कि 1954 के कुंभ के दौरान प्रधानमंत्री आए थे। जिसमें हाथियों से दबकर 6 हजार श्रद्धालुओं की जान चली गई थी। यह बात शुक्रवार को संगम नोज पर महाकुंभ 2025 के औपचारिक शुभारंभ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री के उद्बोधन से पूर्व जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा विधायक व पूर्व मंत्री सिद्धार्थनाथ ने कही।
उन्होंने कहा कि इस हादसे के बाद सर्वोच्च न्यायालय ने कुंभ मेले के आयोजन के दौरान किसी भी वीआईपी के आने पर पाबंदी लगा दी गई। विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन पर पूर्व की सरकारों ने सही ढंग से काम नहीं किया। एक और महाकुंभ 2013 में हुआ था। जिसमें आजम खां मंत्री थे और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव थे।
इस कुंभ 50 लोगों की जान चली गई। यह सरकार की व्यवस्था प्रबंधन ठीक न होने की वजह से हुआ है। हालांकि देश में दूसरी डबल इंजन की सरकार आयी और वर्ष 2019 में दिव्य एवं भव्य कुंभ संपन्न हुआ। पूरे विश्व में प्रयागराज का नाम गया और इस दौरान मॉरीशस के प्रधानमंत्री आये तो उन्होंने से संगम में डुबकी लगाने की इच्छा जताई थी। उन्होंने कहा कि मां गंगा का जल अब स्वच्छ हो चुका है। उन्होंने गंगा में डुबकी लगाया और केंद्र सरकार की व्यवस्था की सराहना की। अब महाकुंभ 2025 होने जा रहा है। जिसमें दिव्य, भव्य, स्वच्छ और डिजिटल महाकुंभ को देखने के लिए विश्व के विभिन्न देशों से लोग विश्व के सबसे बड़े धार्मिक आयोजन को देखेंगे।