बंगाल से जैश-ए-मोहम्मद के संदिग्ध सहयोगी को एनआईए ने किया गिरफ्तार

743a21a44eb580bc6f5b7298f97c2ba3

कोलकाता, 13 दिसंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के हुगली जिले के सनापारा इलाके से एक युवक को जैश-ए-मोहम्मद आतंकी संगठन से जुड़े होने के संदेह में गिरफ्तार किया। अधिकारियों ने बताया कि गिरफ्तार युवक की पहचान साबिरुद्दीन के रूप में हुई है।

स्रोतों के अनुसार, साबिरुद्दीन के घर से बड़ी मात्रा में नकदी, एक मोबाइल फोन और एक लैपटॉप बरामद किया गया है। उसे पहले ही कोलकाता स्थित एनआईए कार्यालय लाया गया है।

सूत्रों ने बताया कि यह कार्रवाई एनआईए द्वारा आठ राज्यों में 19 स्थानों पर की गई छापेमारी का हिस्सा है। इन राज्यों में पश्चिम बंगाल, बिहार, असम, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और जम्मू-कश्मीर शामिल हैं।

इस गिरफ्तारी को मौजूदा समय में बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है, क्योंकि राज्य और केंद्र सरकार की सुरक्षा एजेंसियां पश्चिम बंगाल के बांग्लादेश से सटे सीमा क्षेत्रों पर निगरानी बढ़ा रही हैं। बांग्लादेश में चल रहे मौजूदा संकट के कारण इन इलाकों में खतरे की आशंका बढ़ गई है।

इसी बीच, खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी भी मिली है कि बांग्लादेश आधारित कट्टरपंथी संगठन हिज्ब-उत-तहरीर (एचयूटी) के सदस्य हाल ही में पश्चिम बंगाल के सीमा जिलों में सक्रिय होने की कोशिश कर रहे हैं और वहां स्लीपर सेल बनाने की योजनाएं बना रहे हैं।

खुफिया रिपोर्टों के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास स्थित गांवों में बाहरी लोगों द्वारा कमरे किराए पर लेने की घटनाओं में अचानक बढ़ोतरी देखी गई है। स्थानीय निवासियों के अनुसार, इन नए लोगों की उम्र आमतौर पर 25 से 30 साल के बीच है और वे स्थानीय लोगों के साथ ज्यादा बातचीत नहीं करते।

इसके अलावा, खुफिया एजेंसियों को यह जानकारी भी मिली है कि एचयूटी के दो सक्रिय सदस्य, रिदवान मारुफ और सब्बिर आमिर, हाल ही में बांग्लादेशी पासपोर्ट पर छात्रों के रूप में पश्चिम बंगाल आए थे। उन्होंने मालदा और मुर्शिदाबाद जिलों में स्थानीय युवाओं के साथ बैठकें कीं। शुरू में उन्होंने धार्मिक मुद्दों पर चर्चा की और बाद में बातचीत का रुख स्लीपर सेल बनाने की ओर मोड़ा।

इस घटनाक्रम के बाद पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा एजेंसियों ने सतर्कता बढ़ा दी है।