जापान के बड़े बैंक इन दिनों भारी मुनाफा कमा रहे हैं और उनके पास नकदी का बड़ा भंडार है। इन बैंकों में प्रमुख नाम शामिल हैं:
- मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (MUFG)
- सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (SMFG)
- मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप
एक रिपोर्ट के अनुसार, जापान के इन शीर्ष बैंकों ने क्रॉस-शेयरहोल्डिंग बेचकर भी अपनी कमाई में जबरदस्त इजाफा किया है। इन बैंकों के पास इतनी बड़ी मात्रा में नकदी होने के कारण वे भारत और अमेरिका में निवेश की संभावनाएं तलाश रहे हैं।
क्रॉस-शेयरहोल्डिंग बेचकर मुनाफा कमाया
टोक्यो स्टॉक एक्सचेंज के वैल्यूएशन में सुधार के दबाव के चलते जापानी बैंक क्रॉस-शेयरहोल्डिंग को कम कर रहे हैं।
- MUFG का लक्ष्य मार्च 2027 तक अपनी क्रॉस-होल्डिंग्स को 700 बिलियन येन (4.7 बिलियन डॉलर) कम करना है।
- SMFG मार्च 2029 तक 600 बिलियन येन की होल्डिंग्स का निपटान करने की योजना बना रहा है।
- मिजुहो फाइनेंशियल ग्रुप मार्च 2026 तक अपनी क्रॉस-शेयरहोल्डिंग को 300 बिलियन येन तक कम करने का लक्ष्य रखता है।
इन फंड्स का उपयोग अब नए और उभरते बाजारों में निवेश के लिए किया जा रहा है।
भारत और अमेरिका पर बैंकों की विशेष नजर
जापान के इन बैंकों की भारत और अमेरिका में मौजूदगी पहले से है, लेकिन अब वे इन देशों में अपने निवेश को और बढ़ाना चाहते हैं।
भारत में निवेश क्यों कर रहे हैं जापानी बैंक?
- मजबूत आर्थिक वृद्धि:
भारत की तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था और पूंजीगत व्यय (CapEx) में बढ़ोतरी ने निवेश के बेहतरीन अवसर पैदा किए हैं। - उपभोक्ता मांग:
भारत में बढ़ती उपभोक्ता मांग के कारण ऋण और वित्तपोषण की जरूरत बढ़ रही है। - IPO की बूम:
भारतीय बाजार में IPO से रिकॉर्ड राशि जुटाई जा रही है, जो निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।
एमयूएफजी का भारत में विस्तार
मित्सुबिशी यूएफजे फाइनेंशियल ग्रुप (MUFG) ने भारत को अपनी एशिया विकास रणनीति के मुख्य स्तंभों में से एक के रूप में चुना है।
प्रमुख निवेश:
- रिलायंस इंडस्ट्रीज और अडानी ग्रुप जैसी बड़ी भारतीय कंपनियों में MUFG ने निवेश किया है।
- बैंक का लक्ष्य अगले कुछ वर्षों में भारत में अपना क्रेडिट एक्सपोजर दोगुना कर 30 बिलियन डॉलर तक करना है।
DMI फाइनेंस में बड़ा निवेश:
MUFG ने DMI फाइनेंस प्राइवेट लिमिटेड में 333 मिलियन डॉलर का निवेश किया है। इस सौदे में DMI फाइनेंस का मूल्यांकन लगभग 3 अरब डॉलर किया गया था। MUFG ने संकेत दिया है कि वह भारत में और अधिक निवेश करना चाहता है।
भारत में जापानी बैंकों का विस्तार क्यों फायदेमंद है?
- वित्तीय सेवा सेक्टर का विस्तार:
भारत में वित्तीय सेवाओं की बढ़ती मांग और डिजिटल लेंडिंग के विस्तार ने जापानी बैंकों के लिए अवसर बढ़ाए हैं। - संरचना और बुनियादी ढांचे में निवेश:
भारत में तेजी से बढ़ते इंफ्रास्ट्रक्चर और परियोजनाओं में निवेश के लिए ऋण की बड़ी जरूरत है। - टेक्नोलॉजी और स्टार्टअप इकोसिस्टम:
जापानी बैंक भारत के स्टार्टअप और टेक्नोलॉजी सेक्टर में निवेश के अवसर भी देख रहे हैं।