ऐसे में अगर आप भी हर कुछ महीनों में किडनी स्टोन से परेशान रहते हैं तो यह लेख आपके लिए काफी मददगार साबित हो सकता है। यहां हम आपको इसका कारण और इससे बचने के कुछ कारगर उपाय बता रहे हैं-
गुर्दे की पथरी बार-बार क्यों होती है?
पीने
कम पानी पीना: पानी का सेवन कम करने से शरीर में पानी की कमी हो जाती है, जिससे किडनी में खनिज तत्व जमा होने लगते हैं। ये तत्व धीरे-धीरे पथरी में बदल जाते हैं। अगर आप पर्याप्त पानी नहीं पीते हैं, तो किडनी में पथरी होने का खतरा बढ़ सकता है और यह बार-बार हो सकता है।
गलत आहार खाना : अधिक मात्रा में वसा वाला आहार
वसा, नमक, चीनी और अत्यधिक प्रोटीन से किडनी स्टोन बनने का खतरा बढ़ जाता है। पालक, चॉकलेट और मांसाहारी आहार जैसे ऑक्सालेट और यूरिक एसिड से भरपूर खाद्य पदार्थ किडनी स्टोन को बढ़ावा देते हैं।
अगर परिवार में किसी को किडनी स्टोन की समस्या है, तो आपको भी यह समस्या होने का खतरा अधिक है। यह एक अनुवांशिक समस्या हो सकती है, जिसे रोकना मुश्किल हो सकता है।
कुछ चिकित्सीय स्थितियां जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह और पेट की समस्याएं (जैसे दीर्घकालिक दस्त या आंत संबंधी विकार) गुर्दे की पथरी की पुनरावृत्ति की संभावना को बढ़ा देती हैं।
अत्यधिक सेवन
विटामिन डी का अत्यधिक सेवन गुर्दे की पथरी के निर्माण को बढ़ावा दे सकता है, क्योंकि यह शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है, जो बाद में पथरी में बदल सकता है।
गुर्दे का संक्रमण:
बार-बार किडनी में संक्रमण होने से भी पथरी की समस्या हो सकती है, क्योंकि संक्रमण के कारण किडनी में पथरी बनने लगती है।
गुर्दे की पथरी को रोकने के उपाय
– गुर्दे की पथरी से बचने के लिए दिनभर में कम से कम 2-3 लीटर पानी पिएं।
– भोजन में संतुलन बनाए रखें और अधिक नमक, वसा और चीनी से बचें।
– अधिक वजन बढ़ने से किडनी में पथरी बनने की संभावना बढ़ जाती है। अपना वजन नियंत्रित रखें।
– यदि आपको पहले कभी किडनी स्टोन हुआ हो तो डॉक्टर से नियमित जांच करवाएं।