Slowest Network in World: दुनिया में सबसे धीमे इंटरनेट का रिकॉर्ड

Pakistan Internet Speed Ranking 2024:

Pakistan Internet Speed Ranking 2024:पाकिस्तान में इंटरनेट की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। Ookla के स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स के ताजा आंकड़ों के मुताबिक, पाकिस्तान की इंटरनेट स्पीड दुनिया में सबसे धीमी पाई गई है। अक्टूबर 2023 में इंटरनेट स्पीड में आई गिरावट ने पाकिस्तान को वैश्विक स्तर पर सबसे धीमे इंटरनेट स्पीड वाले देशों की सूची में शामिल कर दिया।

चीनी फायरवॉल को ठहराया जिम्मेदार

पाकिस्तान में इंटरनेट स्पीड की गिरावट के लिए सरकार ने अपने करीबी सहयोगी चीन द्वारा स्थापित की गई राष्ट्रीय इंटरनेट फायरवॉल को दोषी ठहराया है। इस फायरवॉल के कारण यूजर्स को वीपीएन एक्सेस में प्रतिबंध, लगातार धीमी स्पीड और कनेक्टिविटी समस्याएं झेलनी पड़ीं।

जुलाई से अक्टूबर तक इंटरनेट का हाल बेहाल

जुलाई 2023 से ही पाकिस्तान के इंटरनेट यूजर्स धीमी स्पीड की शिकायत कर रहे हैं। इससे न केवल वेब ब्राउजिंग में समस्या आई, बल्कि मीडिया शेयरिंग और अन्य ऑनलाइन काम भी मुश्किल हो गए।

Ookla के स्पीडटेस्ट ग्लोबल इंडेक्स के अनुसार,

  • मोबाइल इंटरनेट स्पीड के मामले में पाकिस्तान को 111 देशों में से 100वां स्थान मिला।
  • ब्रॉडबैंड स्पीड में पाकिस्तान का स्थान 158 देशों में से 141वां रहा।

वीपीएन यूजर्स को भी झेलनी पड़ी मुश्किलें

पाकिस्तान में इंटरनेट की समस्या केवल सामान्य यूजर्स तक सीमित नहीं है। वीपीएन (VPN) यूजर्स को भी यह परेशानी उठानी पड़ी। बहुत से पाकिस्तानी लोग प्रतिबंधित वेबसाइट्स जैसे X (पूर्व में ट्विटर) तक पहुंचने के लिए वीपीएन का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन इंटरनेट स्पीड में गिरावट के चलते उनकी मुश्किलें बढ़ गईं।

इंटरनेट स्पीड के आंकड़े

  • औसत डाउनलोड स्पीड: 7.85 एमबीपीएस
  • मोबाइल डाउनलोड स्पीड: 19.59 एमबीपीएस
  • ब्रॉडबैंड डाउनलोड स्पीड: 15.52 एमबीपीएस

इस स्पीड के साथ 2 जीबी की मूवी डाउनलोड करने में करीब डेढ़ से दो घंटे का समय लग सकता है।

चीनी फायरवॉल: डिजिटल निगरानी का कारण

इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स और बिजनेस कम्युनिटी का मानना है कि इंटरनेट स्पीड में गिरावट का मुख्य कारण चीनी-निर्मित राष्ट्रीय इंटरनेट फायरवॉल है। यह फायरवॉल इंटरनेट ट्रैफिक को मॉनिटर और कंट्रोल करता है।

  • यह फायरवॉल एक डिजिटल गेटकीपर की तरह काम करता है, जो यह तय करता है कि किस डेटा को प्रवेश देना है और किसे रोकना है।
  • पाकिस्तान के इंटरनेट इंफ्रास्ट्रक्चर पर चीन की सीधी निगरानी होने से डेटा ट्रैफिक धीमा हो रहा है।
  • अब इस फायरवॉल को देश के बड़े इंटरनेट सर्विस प्रोवाइडर्स (ISPs) के सर्वर पर भी लगाया जा रहा है, जिससे स्पीड में और गिरावट की संभावना है।

वीपीएन पर बैन की मांग

हाल ही में पाकिस्तान के गृह मंत्रालय ने वीपीएन के अनियमित उपयोग पर प्रतिबंध लगाने की मांग की थी। मंत्रालय का दावा था कि:

  1. वीपीएन का इस्तेमाल आतंकवाद और हिंसक गतिविधियों को बढ़ावा देता है।
  2. वीपीएन के जरिए अश्लील और ईशनिंदा सामग्री तक पहुंच बनाई जा रही है।

हालांकि, इस मांग का पाकिस्तान में भारी विरोध हुआ, क्योंकि वीपीएन ही वह जरिया है जिससे लोग प्रतिबंधित वेबसाइट्स और कंटेंट तक पहुंच बना पाते हैं।