श्रीनगर 07 दिसंबर (हि.स.)। जम्मू-कश्मीर के लोगों के साथ सीधा संवाद बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम में मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने मुख्यमंत्री लोक सेवा और जनपहुंच कार्यालय-जिसे राबता नाम दिया गया है में अपना उद्घाटन सार्वजनिक संवाद आयोजित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस कार्यालय की स्थापना जनता की शिकायतों को दूर करने और सरकार और नागरिकों के बीच स्वस्थ संबंध बनाने के लिए एक समर्पित मंच प्रदान हेतु की गई है।
विभिन्न सामाजिक, सांस्कृतिक और व्यावसायिक समूहों का प्रतिनिधित्व करने वाले लगभग 15 प्रतिनिधिमंडलों ने मुख्यमंत्री से भेंट की।
आर्थिक चुनौतियों, सांस्कृतिक संरक्षण, रोजगार संबंधी चिंताओं और क्षेत्रीय विकास पर केंद्रित मुद्दों पर चर्चा की गई और उन्हें मुख्यमंत्री के ध्यान में लाया गया। अद्वितीय सांस्कृतिक विरासत संरक्षण को भी चर्चा में प्रमुखता से शामिल किया गया जिसमें प्रतिनिधिमंडलों ने जम्मू और कश्मीर की समृद्ध विरासत को बढ़ावा देने, स्थानीय भाषाओं को संरक्षित करने और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों को लागू करने की पहल की वकालत की। मुख्यमंत्री ने इन चिंताओं को ध्यान से सुना और क्षेत्र की विशिष्ट पहचान की रक्षा के लिए एकजुट दृष्टिकोण की आवश्यकता पर जोर दिया।