यमुनानगर: खेलों के माध्यम से युवाओं को नशे से दूर रखा जा सकता है: योगेश्वर दत्त

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यमुनानगर, 7 दिसंबर (हि.स.)। अंतर्राष्ट्रीय कुश्ती पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त ने कहा कि माता-पिता की भी जिम्मेदारी है कि वह अपने बच्चों को नशे से दूर रखने के लिए खेलों की और उनको प्रेरित करें व उनका सहयोग करें ताकि युवा नशे से दूर रह सकें। उन्होंने कहा कि खेलों से युवा न केवल अपना उज्जवल भविष्य बनाएं बल्कि समाज और देश का नाम भी रोशन करें।

शनिवार को प्रसिद्ध ओलंपिक कुश्ती पदक विजेता पहलवान योगेश्वर दत्त जगाधरी के सरस्वती विद्या स्कूल में 25-50 मीटर की शूटिंग चैंपियनशिप के उद्घाटन कार्यक्रम में मुख्यातिथि के रूप में पहुंचे। इस मौके पर उन्होंने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि खेलों में युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए सरकार के साथ-साथ माता- पिता भी उन्हें जागरूक करें और इसकी शुरुआत घर से ही होती है। उन्होंने कहा कि पहले के समय में अच्छे कोच में अच्छे स्टेडियम का अभाव था लेकिन 2016 के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा खेल नीति में बढ़ावा दिया गया जिसके माध्यम से देश में खिलाड़ी देश के लिए कई पदक जीत कर लाए।

उन्होंने कहा कि खेलो इंडिया के माध्यम से भी सरकार खेलों को काफी बढ़ावा दे रही है। ओलंपिक, एशियाई और कामनवेल्थ खेलों में भी देश का परचम बड़ा है।

बजरंग पूनिया के डोप को लेकर बैन के सवाल को लेकर उन्होंने कहा कि खिलाड़ी की स्वयं जिम्मेदारी होती है कि वह 15 दिनों के अंदर वाडा हुआ नाडा को अपने टेस्ट की जानकारी दें और वैसे भी टेस्ट ना कराना एक अपराध है और उसके लिए 4 साल का बैन अगर लगाया गया है तो वह बिल्कुल सही है। उन्होंने कहा कि युवाओं को अच्छा नागरिक होना और उनको अच्छे संस्कार देना हम सभी की जिम्मेदारी है और वह दूसरों के लिए भी प्रेरणा सोत्र बने।

उन्होंने कहा कि यमुनानगर में भी खेलों को बढ़ावा देने के लिए यहां पर सरकार द्वारा स्टेडियम में बेहतर इंतजाम किए जा रहे है और उम्मीद है कि आने वाले समय में यहां से भी युवा ओलं