ट्राई ने जनता को सूचित किया है कि वह किसी भी व्यक्तिगत ग्राहक के मोबाइल नंबर को समाप्त करने या ब्लॉक करने का कार्य नहीं करता है। साथ ही, यह न तो ऐसा कोई संदेश भेजता है और न ही किसी तीसरी एजेंसी को ग्राहकों से संपर्क करने के लिए अधिकृत करता है।
भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (ट्राई) ने लोगों को फर्जी कॉल और मैसेज से सावधान रहने की सलाह दी है। हाल के दिनों में ट्राई के नाम पर फर्जी कॉल और मैसेज भेजे जाने की घटनाएं सामने आई हैं. इन कॉल्स और मैसेज में ग्राहकों से कहा जा रहा है कि उनके मोबाइल नंबर ब्लॉक किए जा सकते हैं क्योंकि उनका इस्तेमाल गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया जा रहा है।
क्या बात है आ?
इन फर्जी कॉल्स में दावा किया जा रहा है कि लोगों के आधार नंबर का इस्तेमाल सिम कार्ड लेने और गैरकानूनी गतिविधियों के लिए किया गया है। लोगों को डराने के लिए जालसाजों द्वारा स्काइप जैसे वीडियो कॉलिंग प्लेटफॉर्म पर कॉल करने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। ट्राई ने स्पष्ट किया है कि ऐसी कोई भी गतिविधि धोखाधड़ी है और इसका नियामक प्राधिकरण से कोई लेना-देना नहीं है।
ट्राई ने जनता को सूचित किया है कि वह किसी भी व्यक्तिगत ग्राहक के मोबाइल नंबर को अक्षम या ब्लॉक करने का कार्य नहीं करता है। साथ ही, यह न तो ऐसा कोई संदेश भेजता है और न ही किसी तीसरी एजेंसी को ग्राहकों से संपर्क करने के लिए अधिकृत करता है।
ट्राई ने क्या कहा?
ट्राई ने स्पष्ट किया है कि इस तरह के कॉल और मैसेज गैरकानूनी हैं और इनसे बचना चाहिए। लोगों को सलाह दी जाती है कि वे ट्राई की ओर से दावा किए गए किसी भी कॉल या संदेश को धोखाधड़ी मानें और तुरंत संबंधित अधिकारियों को इसकी रिपोर्ट करें।
ऐसी घटनाओं के पीड़ित सीधे सेवा प्रदाता से संपर्क कर सकते हैं। इसके अलावा, वे अपनी शिकायत राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल [cybercrime.gov.in](https://cybercrime.gov.in) या साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर दर्ज कर सकते हैं। स्थानीय पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करना भी एक विकल्प है।
ट्राई ने यह पहल शुरू की
ट्राई ने लोगों को जागरूक करने और साइबर धोखाधड़ी से बचाने के लिए एक व्हाट्सएप चैनल भी लॉन्च किया है। ट्राई इस चैनल के माध्यम से लोगों को महत्वपूर्ण जानकारी और नोटिफिकेशन उपलब्ध कराएगा। ट्राई ने लोगों से किसी भी अनधिकृत कॉल या मैसेज से सावधान रहने और अपनी निजी जानकारी सुरक्षित रखने की अपील की है। ट्राई का यह कदम साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जिसका उद्देश्य लोगों को जागरूक करना और उन्हें सुरक्षित रखना है।