ढाका: बांग्लादेश के अंतर्राष्ट्रीय अपराध न्यायाधिकरण ने गुरुवार को आदेश दिया कि अपदस्थ प्रधान मंत्री शेख हसीना के नफरत भरे भाषण को मुख्यधारा की मीडिया से हटा दिया जाए, साथ ही सोशल मीडिया से भी मिटा दिया जाए।
भारत में शरण लेने के बाद शेख हसीना ने अपने पहले भाषण में बांग्लादेश की अंतरिम सरकार और उसके मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस और उनकी सरकार द्वारा बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर किए जा रहे ब्लैकमेल पर जमकर निशाना साधा, इसलिए उनके भाषणों पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया गया है .
इसके अलावा बांग्लादेश के करेंसी नोटों पर से उस वक्त पूर्वी पाकिस्तान को आजाद कराकर बांग्लादेश बनाने वाले बांग्लादेश के राष्ट्रपिता शेख मुजीब-उर-रहमान की छवि को भी हटाने का फैसला किया गया है. जुलाई, अगस्त 2024 के दौरान हुए दंगों को स्वतंत्रता संग्राम के रूप में दर्शाने वाली तस्वीरें छापने का निर्णय लिया गया है। जिसके मुताबिक देश की टकसाल ने 20, 100, 500 और 1000 के नए नोट छापने शुरू कर दिए हैं. सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि क्रांति की तस्वीरें अन्य नोटों पर भी छापी जाएंगी.