स्लीपमैक्सिंग क्या है? TikTok का यह वायरल ट्रेंड नींद की आदतों को बेहतर बनाने का करता है दावा

B72e9f8d786567c0b11c46ab8b0fc220

टिकटॉक पर हर दिन अजीबोगरीब ट्रेंड वायरल होते रहते हैं। इस बार एक नया ट्रेंड ‘स्लीपमैक्सिंग’ सामने आया है। यह शब्द सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर तेजी से वायरल हो रहा है और लोग अपनी नींद की आदतों को सुधारने और बेहतर बनाने के लिए इसका इस्तेमाल कर रहे हैं।

अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव हैं तो आपने ये ट्रेंड जरूर देखा होगा, लेकिन अगर नहीं देखा तो चिंता की कोई बात नहीं है। हम आपको बताते हैं कि ये स्लीपमैक्सिंग क्या है? ये कैसे लोगों की नींद सुधारने का दावा कर रहा है-

स्लीपमैक्सिंग क्या है?

यह एक ऐसा ट्रेंड है जिसमें लोग अपनी नींद की गुणवत्ता को बेहतर बनाने के लिए अलग-अलग टिप्स और ट्रिक्स आजमाते हैं। इसमें मुख्य रूप से लोग उन आदतों और साधनों का पालन करते हैं, जो उनकी नींद को गहरी और आरामदायक बना सकें। इस ट्रेंड के तहत लोग TikTok पर अपनी नींद की आदतों से जुड़े वीडियो पोस्ट कर रहे हैं, जिसमें वे नींद से जुड़े उपाय शेयर करते हैं, जैसे कि सही नींद की दिनचर्या बनाना, सही नींद के पैटर्न को अपनाना और अन्य उपाय।

प्रक्रिया क्या है?

स्लीपमैक्सिंग की प्रक्रिया में कई छोटे-छोटे बदलाव किए जाते हैं, जो कुल मिलाकर आपकी नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं। कुछ सामान्य बदलाव इस प्रकार हैं:

– हर दिन एक ही समय पर सोना और जागना। इससे शरीर की जैविक घड़ी सही रहती है और नींद की गुणवत्ता में सुधार होता है।

– टिकटॉक पर कई लोग दावा कर रहे हैं कि सोने से पहले मोबाइल, लैपटॉप या अन्य स्क्रीन से दूर रहना चाहिए, क्योंकि स्क्रीन की नीली रोशनी नींद को प्रभावित कर सकती है।

– नींद को बेहतर बनाने के लिए कमरे का वातावरण भी जरूरी है। लोग अब सलाह दे रहे हैं कि कमरे का तापमान ठंडा रखना चाहिए और सोते समय अंधेरा रखना चाहिए।

– अच्छे गद्दे और तकिए चुनना भी स्लीपमैक्सिंग का एक हिस्सा बन गया है। लोग अब मानते हैं कि आरामदायक बिस्तर पर सोने से बेहतर नींद आती है।

कुछ लोग सोने से पहले हर्बल चाय या लैवेंडर तेल जैसे प्राकृतिक उपचारों का सेवन कर रहे हैं, जो नींद को बेहतर बनाने में मदद करते हैं।

इसका प्रभाव क्या है?

कई TikTok उपयोगकर्ताओं ने दावा किया है कि स्लीपमैक्सिंग ने उनकी नींद की गुणवत्ता में काफी सुधार किया है। इससे न केवल वे अधिक ऊर्जावान महसूस करते हैं बल्कि मानसिक शांति और खुशी का भी अनुभव करते हैं। नींद की गुणवत्ता में सुधार से मानसिक तनाव कम हो सकता है और दिन भर की थकान भी दूर हो सकती है।