भगवान श्री राम की नगरी अयोध्या को एक बार फिर भव्य तरीके से सजाया जा रहा है और चारों तरफ उत्सव का माहौल है. भगवान श्री राम बड़े ही धूमधाम से माता सीता से विवाह करने जा रहे हैं। अयोध्या की हर गली श्री राम के विवाह गीत गा रही है। पहली बार श्रीराम के बाल स्वरूप के विवाह की तैयारियां हो रही हैं। विवाह पंचमी का त्योहार हर साल मार्गशीर्ष माह के कृष्ण पक्ष की पंचमी तिथि को मनाया जाता है। इस दौरान माता सीता और श्री राम का विवाह होता है।
इस शुभ कार्य की शुरुआत गणेश पूजा से हो गई है
इस अवसर पर इस वर्ष अयोध्या में एक भव्य कार्यक्रम का भी आयोजन किया गया है। इस शुभ कार्य की शुरुआत गणेश पूजा से हो गई है. आइए जानते हैं राम-जानकी विवाह के दौरान कब और क्या आयोजन होंगे… अयोध्या के प्रमुख मंदिरों में होने वाले राम-जानकी विवाह में शामिल होने के लिए दूर-दूर से श्रद्धालु उमड़ रहे हैं।
श्री राम-सीता विवाह कार्यक्रम की संपूर्ण सूची
अयोध्या के जानकी महल ट्रस्ट ने भी बड़े पैमाने पर राम विवाह का आयोजन करने की तैयारी की है. यहां आयोजनों की शुरुआत 3 दिसंबर को गणेश पूजा के साथ हुई, जो 8 दिसंबर 2024 तक जारी रहेगा। पूरी सूची देखें
3 दिसंबर 2024- रामरचा महायज्ञ रामलीला गणेश पूजा कार्यक्रम
4 दिसंबर- फुलवारी लीला का मंचन, विवाह गीत और रामलीला।
5 दिसंबर 2024- हल्दी (पीठी समारोह), तिलक और मेहंदी कार्यक्रम का आयोजन
6 दिसंबर 2024- जन का नुछावरी, घुड़चड़ी से नेपाल के लिए प्रस्थान।
7 दिसंबर 2024- कुँवर कालेवा का 56वाँ भोग दर्शन एवं अनुष्ठान।
8 दिसंबर 2024- नेपाल से माता सीता की विदाई
श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा नेपाल तक पहुंची
अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार जना नेपाल के लिए रवाना हुए हैं, जो तीन दिसंबर को नेपाल पहुंचे। विहिप के संयोजन में 500 श्रद्धालुओं की राम बारात नेपाल के जनकपुर पहुंच गई है. जहां श्रद्धालुओं की भारी भीड़ पहुंच रही है. जहां अपराधियों को रोकने के लिए एक बड़ी योजना बनाई गई है. शादी 6 दिसंबर को यहीं होगी. इसके साथ ही 8 दिसंबर को माता सीता की विदाई की जाएगी.