पीपीपी मोड पर संचालित नहीं होगा आयुष्मान टॉवर

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जयपुर, 3 दिसंबर (हि.स.)। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री गजेन्द्र सिंह खींवसर ने कहा है कि राज्य सरकार आमजन को सुगमतापूर्वक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध करवाने के लिए प्रतिबद्धता के साथ काम कर ही है। इसी दिशा में स्वास्थ्य सेवाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए एसएमएस अस्पताल परिसर में निर्माणाधीन इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियो वैस्कुलर साइंसेज (कार्डियक टॉवर) का कार्य आगामी छह माह में पूरा होना संभावित है। साथ ही, निर्माणाधीन आयुष्मान टॉवर का कार्य पूर्ण होने में एक साल या इससे अधिक समय लगने की संभावना है।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि कार्डियक एवं आयुष्मान टॉवर में आमजन को बेहतर सुविधाएं उपलब्ध करवाने की दृष्टि से विशेषज्ञता आधारित कुछ चुनिंदा सेवाएं यथा फ़ूड कोर्ट, हाउस कीपिंग, हेलीकॉप्टर एम्बुलेंस, कुछ विशिष्ट जांचें, मरीज़ों का पंजीयन, भवन रख-रखाव आदि सेवाएं दक्ष सेवा प्रदाता के माध्यम से ली जाना प्रस्तावित है। उन्होंने स्पष्ट किया कि आयुष्मान टावर को पीपीपी मोड पर दिए जाने का कोई प्रस्ताव विचाराधीन नहीं है। कार्डियक एवं आयुष्मान टॉवर दोनों ही भवनों में चिकित्सा सुविधाएं एसएमएस अस्पताल के चिकित्सा शिक्षकों द्वारा ही प्रदान की जाएंगी।

चिकित्सा मंत्री ने कहा कि वर्ष 2024-25 की बजट घोषणा अनुसार एसएमएस एवं अन्य बड़े अस्पतालों में डायग्नोस्टिक सुविधाओं को पीपीपी मोड पर शुरू किया जाना प्रस्तावित है। राज्य सरकार आयुष्मान टॉवर की प्लानिंग में रही कमियों को दूर कर इसे बेहतर योजना के साथ संचालित करने की दिशा में कार्य कर रही है।