धनबाद, 2 दिसंबर (हि.स.)। जिले के विभिन्न तालाबों और नदी-नाला सहित अन्य जल स्रोतों की भूमि पर किए गए अतिक्रमण को चिह्नित कर उसे शीघ्र हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इसको लेकर सोमवार को उप विकास आयुक्त सादात अनवर की अध्यक्षता में जल स्रोतों के संरक्षण के लिए और उसे अतिक्रमण एवं प्रदूषण से मुक्त कराने के लिए टास्क फोर्स की एक बैठक समाहरणालय के सभागार में आयोजित कर यह निर्णय लिया गया है।
इस दौरान उप विकास आयुक्त ने कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग के निर्देशानुसार जल स्रोतों के आसपास अतिक्रमण हटाने एवं प्रदूषण को रोकने के लिए शहरी क्षेत्र के सभी जल स्रोतों का उसके मूल नक्शे के आधार पर आकार चिह्नित किया जाएगा। इसके बाद जल स्रोतों की भूमि तथा इसके आसपास की सरकारी भूमि पर किए गए अतिक्रमण और अवैध निर्माण को भी चिह्नित किया जाएगा।इसके बाद अतिक्रमण को नियमानुसार शीघ्र हटाने की कार्रवाई की जाएगी। यदि किसी जल स्रोत की भूमि या इसके आसपास की सरकारी भूमि की अवैध बंदोबस्ती कर ली गई है तो उस अवैध बंदोबस्ती के विरुद्ध नियमानुसार त्वरित कार्रवाई करते हुए अवैध बंदोबस्ती को रद्द करने का प्रस्ताव दिया जाएगा।
बैठक में उन्होंने कहा कि जल स्रोत, नदी, नाले, तालाब को प्रदूषण से मुक्त करने के लिए जल स्रोतों में ठोस या तरल अपशिष्ट पदार्थ के प्रवाह को दंडनीय अपराध घोषित करते हुए उसे रोकने के लिए भी ठोस कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण मुक्त कराए गए क्षेत्र का स्पष्ट सीमांकन किया जाएगा, जिससे उसका दोबारा अतिक्रमण होने पर उसे आसानी से चिह्नित किया जा सकेगा। साथ ही उसे अतिक्रमण मुक्त रखने के लिए जवाबदेही भी निर्धारित की जाएगी।