ग्वालियर, 30 नवंबर (हि.स.)। राजस्व महाअभियान 3.0 के तहत जिले में रात्रिकालीन शिविर लगाकर ग्रामीणों की राजस्व संबंधी समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कराया जा रहा है। इस कड़ी में शनिवार की देर शाम जिले के ग्राम पनिहार, कल्याणी, सालूपुरा, मुख्तियारपुर व गोसपुरा सहित अन्य ग्रामों में राजस्व अधिकारी पहुँचे और रात्रिकालीन शिविर लगाकर समस्याओं का समाधान कराया।
राजस्व अधिकारियों ने रात्रिकालीन शिविरों में राजस्व संबंधी कुछ समस्याओं का मौके पर ही निराकरण कराया तो कुछ समस्याओं के निराकरण की रूपरेखा तय की। शिविरों के माध्यम से खासतौर पर फॉर्मर आईडी, ई-केवायसी, सीमांकन, बटवारा, अभिलेख दुरुस्ती एवं स्वामित्व योजना इत्यादि से संबंधित समस्यायें हल की गईं। इसके अलावा पीएम किसान पोर्टल पर ई-केवायसी, भू-लेख रिकॉर्ड की आधार से लिंकिंग एवं बैंक खाते से आधार लिंक कराकर डीबीटी (डायरेक्ट बेनीफिट ट्रांसफर) का काम भी इस दौरान किया गया। साथ ही नामांतरण, बटवारा व सीमांकन प्रकरणों के निराकरण की रूपरेखा तय की। ग्रामीणों से यह भी कहा गया कि यदि गाँव के परंपरागत रास्ते पर अतिक्रमण हो तो अवश्य बताएं, राजस्व अधिकारी इन रास्तों को खुलवायेंगे।
ज्ञात हो कि 15 नवम्बर से राजस्व महाअभियान 3.0 शुरू हुआ यह अभियान 15 दिसम्बर तक चलेगा। अभियान की मॉनीटरिंग के लिए जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी भी गाँव-गाँव पहुँच रहे हैं।
किसानों का किया आह्वान अपनी फॉर्मर आईडी जरूर बनवाएँ
कलेक्टर रुचिका चौहान ने किसानों से कहा कि अगले दिसम्बर माह से उन्हीं किसानों को पीएम किसान सम्मान निधि का लाभ मिलेगा, जिनकी फॉर्मर रजिस्ट्री होगी। इसलिए वे अपनी फॉर्मर आईडी अवश्य बनवा लें।
फ़ार्मर रजिस्ट्री एक वेब-आधारित ऐप्लिकेशन है जिसमें खेतों और किसानों से जुड़ी जानकारी होती है। कृषक स्वयं भी भारत सरकार के पीएम किसान पोर्टल mpfr.agristack.gov.in के माध्यम से अपनी फॉर्मर आईडी बनवा सकते हैं। साथ ही पटवारी के माध्यम से फॉर्मर आईडी बनवाई जा सकती है। इसी तरह कृषक भू-अभिलेख पोर्टल पर पब्लिक यूजर मॉड्यूल अथवा पटवारी मॉड्यूल के माध्यम से किसानों के आधार लिंकिंग का कार्य कराया जा सकता है।