फिलहाल सबकी नजरें चैंपियंस ट्रॉफी 2025 पर हैं. टूर्नामेंट की कमान पाकिस्तान के हाथ में है, जो फरवरी और मार्च में खेला जाएगा. लेकिन आईसीसी ने अभी तक टूर्नामेंट के शेड्यूल की घोषणा नहीं की है. इसके पीछे सबसे बड़ा कारण भारत और पाकिस्तान के बीच चल रहा विवाद है। दरअसल, टीम इंडिया इस टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान नहीं जाना चाहती और हाइब्रिड मॉडल के लिए तैयार है. लेकिन पीसीबी पूरे टूर्नामेंट को अपने देश में ही आयोजित करना चाहता है. ऐसे में आईसीसी ने 29 नवंबर को सभी बोर्ड की बैठक आयोजित की है, ताकि इस टूर्नामेंट को लेकर अंतिम फैसला लिया जा सके. लेकिन यह बैठक स्थगित कर दी गई है. इस बीच इस बैठक से एक बड़ी खबर सामने आई है.
चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान अकेले खड़ा था
यह एक वर्चुअल मीटिंग थी, जो सिर्फ 10 से 15 मिनट ही चल सकी, जिसके बाद मीटिंग 30 नवंबर यानी कल तक के लिए स्थगित कर दी गई. रिपोर्ट्स के मुताबिक, बैठक में हाइब्रिड मॉडल पर चर्चा हुई, जिसमें पाकिस्तान अकेला रह गया. इसका मतलब है कि चैंपियंस ट्रॉफी में खेलने वाले सभी क्रिकेट बोर्ड भारत के साथ हैं और वे हाइब्रिड मॉडल पर टूर्नामेंट खेलने के लिए तैयार हैं। लेकिन पाकिस्तान अब भी अपनी जिद पर अड़ा हुआ है. वह चाहते हैं कि पूरा टूर्नामेंट पाकिस्तान में ही हो.
सभी देश हाइब्रिड मॉडल पर सहमत हुए
आपको बता दें कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 को लेकर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड फिलहाल अकेले खड़ा है. ऐसे में अब पाकिस्तान पर मेजबानी का अधिकार खोने का खतरा मंडरा रहा है. अगर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इस बैठक में भी अपनी जिद पर अड़ा रहा तो उसे भारी आर्थिक नुकसान हो सकता है. उम्मीद है कि अगले 24-48 घंटों में कोई समाधान निकल आएगा और फिर आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का शेड्यूल भी घोषित कर दिया जाएगा, क्योंकि टूर्नामेंट में अब 3 महीने से भी कम समय रह गया है।
इससे पहले भी हाइब्रिड मॉडल का इस्तेमाल किया जा चुका है
भारत और पाकिस्तान के रिश्ते काफी समय से अच्छे नहीं हैं, जिसके कारण भारतीय टीम इस देश का दौरा नहीं करती है। भारत और पाकिस्तान के बीच केवल आईसीसी टूर्नामेंट और एशिया कप के दौरान ही मैच खेले जाते हैं। इससे पहले पाकिस्तान को एशिया कप 2023 की मेजबानी का अधिकार भी मिला था. लेकिन फिर भी भारतीय टीम ने पाकिस्तान का दौरा नहीं किया. टूर्नामेंट का आयोजन हाइब्रिड मॉडल में किया गया था। तब टीम इंडिया ने अपने सभी मैच श्रीलंका में खेले थे और फाइनल भी यहीं हुआ था. यानी एक बार फिर से वही फॉर्मूला आजमाया जा सकता है.