सरधारा हमले की निष्पक्ष जांच करें, पीआई संजय पदारिया की मांग

Pi Sanjay Padaria One 768x432.jp

राजकोट समाचार: सरदार धाम उपाध्यक्ष जयंती सरधरा, खोडल धाम के समर्थक पी.आई. संजय पडरिया के कथित हमले की घटना में दो संस्थाएं विवादों में घिर गई हैं.

सरधरा को मामूली चोटें आने के बावजूद पुलिस ने हत्या के प्रयास जैसी सख्त धाराओं में अपराध दर्ज कर लिया है और पीआई को तत्काल निलंबित कर दिया है. पुजारी ने जांच अधिकारी एसीपी को एक आवेदन देकर कहा है कि सरधरा द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत पूरी तरह से झूठी है और निष्पक्ष जांच कर सरधरा के खिलाफ शिकायत दर्ज करने की मांग की है. पुजारी ने आवेदन में घटना के चश्मदीद चार गवाहों के नाम और मोबाइल नंबर भी दिये हैं.

निलंबित पीआई संजय पड़रिया ने आवेदन में कहा है कि वे स्वयं डी.टी. 25/11/2024 को रमेशभाई डैनकोट रोड पर श्याम पार्टी प्लॉट में गिरधरभाई खूंट के बेटे की शादी में गए, जयंतीभाई सरधारा वहां मौजूद थे और हमारी सामान्य बातचीत हुई। मैं समारोह छोड़ने के बाद बाहर गया और एक सामान्य हाथापाई हुई, जहां जयंतीभाई सरधरा बाहर पाए गए, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ सिवाय इसके कि उन्होंने मेरे खिलाफ मुझे मारने और जान से मारने की धमकी देने आदि की झूठी और मनगढ़ंत शिकायतें दी हैं। कुछ तथ्यों की जांच की जाए तो यह शिकायत झूठी और झूठी है। वह रिकॉर्ड पर है.

उन्होंने कहा है कि इस जांच में यह सबूत मिलना बहुत जरूरी है कि इस शादी समारोह में मेजबानों द्वारा तत्काल प्रभाव से तस्वीरें और वीडियो शूटिंग लगातार की जा रही थी.