उदयपुर, 28 नवंबर (हि.स.)। मेवाड़ के पूर्व राजपरिवार के विश्वराज सिंह के परंपरागत राजतिलक दस्तूर के बाद उदयपुर के सिटी पैलेस में स्थित प्रयागगिरि महाराज की धूणी के दर्शन को लेकर तीन दिन से जारी विवाद बुधवार शाम को दर्शन के साथ ही खत्म हो गया। इसके बाद गुरुवार सुबह सिटी पैलेस मार्ग से बेरिकेड्स हटा दिए गए। आसपास की दुकानें भी गुरुवार को खुल गईं। हालांकि, सिटी पैलेस बंद है और निषेधाज्ञा अभी जारी है।
गौरतलब है कि पारिवारिक सम्पत्ति विवाद के कारण उदयपुर सिटी पैलेस पर काबिज विश्वराज सिंह के चाचा अरविन्द सिंह मेवाड़ के पुत्र लक्ष्यराज ने सिटी पैलेस के दरवाजे बंद कर दिए थे। प्रशासन ने सोमवार को हुए बवाल के बाद उसी रात को ही विवादित स्थल को कुर्क कर रिसीवर नियुक्त कर दिया था। मंगलवार को भी कोई समाधान नहीं निकला। बुधवार को मुख्यमंत्री के हस्तक्षेप के बाद शाम को प्रशासन ने दर्शन की व्यवस्था की।
जिला प्रशासन ने सिटी पैलेस में विवादित प्रॉपर्टी को लेकर विपक्षी के रूप में पूर्व राजपरिवार के सदस्य लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ को 25 नवंबर को नोटिस जारी करते हुए 2 दिन में जवाब मांगा था। लक्ष्यराज मेवाड़ ने एक दिन पहले इसका जवाब प्रशासन को सौंप दिया है। कलेक्टर अरविंद पोसवाल का कहना है कि नोटिस का जवाब हमें मिल चुका है। जवाब को देखकर ही अगली कार्रवाई की जाएगी। तब तक सिटी पैलेस में बड़ी पोल से धूणी व जनाना महल तक का क्षेत्र सरकार के अधीन रहेगा। जहां पर लॉ एंड आर्डर मेंटेन करने की जिम्मेदारी रिसीवर की रहेगी।
इधर, सोमवार को सिटी पैलेस के अंदर से हुए पथराव और बाहर हुए प्रदर्शन को लेकर घंटाघर थाने में अज्ञातों के खिलाफ दो मामले दर्ज किए गए हैं। पुलिस का कहना है कि पुलिस द्वारा बनाए गए वीडियो और आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच कराने के बाद आरोपियों की पहचान की जाएगी। पत्थरबाजी की इस घटना में एक पुलिसकर्मी, एक महिला सहित करीब 4 से 5 लोग घायल हुए थे।