राजौरी, 28 नवंबर (हि.स.)। महिलाओं ने हमेशा समाज में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और बड़ी उपलब्धियाँ हासिल करने में मदद की है। हालाँकि उनका योगदान अक्सर बड़े शहरों और कस्बों में अधिक प्रमुख रहा है जबकि ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्र जागरूकता, अवसरों और उपलब्ध सुविधाओं की कमी के कारण अलग-थलग रहे हैं।
इसी के मद्देनजर भारतीय सेना ने समोट के सरकारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में महिला सशक्तिकरण पर एक वार्ता आयोजित की। वार्ता में महिला सशक्तिकरण और महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए उनमें कौशल विकसित करने के उद्देश्य से विभिन्न योजनाओं पर ध्यान केंद्रित किया गया। महिलाओं को कौशल और नौकरी के अवसर प्रदान करने से न केवल उनकी सामाजिक और वित्तीय स्थिति में सुधार होगा बल्कि वे राष्ट्र की प्रगति और विकास में रचनात्मक रूप से योगदान करने में भी सक्षम होंगी।
व्याख्यान को दर्शकों ने खूब सराहा जिन्होंने गांवों में महिलाओं को पुरुषों के समान शिक्षा और अवसर प्रदान करने के महत्व को स्वीकार किया। व्याख्यान में कुल 64 छात्र और 8 शिक्षक शामिल हुए। प्रमुख स्थानीय निवासियों और महिलाओं ने महिला सशक्तिकरण पर इस कार्यक्रम के आयोजन के लिए भारतीय सेना के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त किया। महिला सशक्तिकरण पर यह व्याख्यान समुदाय के भीतर सद्भावना को बढ़ाएगा और रोजगार के अवसरों को बढ़ाने में मदद करेगा जिससे क्षेत्र के विकास को और बढ़ावा मिलेगा।