प्रियंका गांधी: प्रियंका गांधी ने लोकसभा में सांसद पद की शपथ ली, जानिए राजनीतिक सफर

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केरल के वायनाड से उपचुनाव जीतने वाली प्रियंका गांधी वाड्रा ने आज सांसद पद की शपथ ली। इस दौरान उनके भाई राहुल और मां सोनिया भी सांसद के तौर पर वहां मौजूद थे. शपथ लेने के बाद प्रियंका उन नेताओं की सूची में शामिल हो जाएंगी जिनके परिवार का कोई सदस्य संसद के किसी भी सदन का सदस्य है।

वायनाड उपचुनाव में बड़ी जीत

गौरतलब है कि वायनाड लोकसभा उपचुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार प्रियंका गांधी ने बड़ी जीत हासिल की है. राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने के बाद उनकी बहन प्रियंका गांधी ने यहां चुनाव लड़ा. करीब साढ़े तीन दशक का राजनीतिक अनुभव रखने वाली प्रियंका पहली बार चुनावी राजनीति में उतरीं और वायनाड से उपचुनाव लड़ा। वायनाड में, प्रियंका ने सीपीआई (एम) के सत्यन मोकेरी को चार लाख से अधिक वोटों से हराया।

 

 

राजनीतिक करियर की शुरुआत

  • प्रियंका गांधी को सक्रिय राजनीति में देर से आने वाला कहा जा सकता है क्योंकि अब तक वह सिर्फ अपनी मां और भाई के लिए ही प्रचार करती नजर आती थीं। वह 2004 के लोकसभा चुनाव में मां सोनिया गांधी की चुनाव अभियान प्रबंधक थीं और उन्होंने अपने भाई राहुल गांधी के चुनाव प्रबंधन में मदद की थी।
  • प्रियंका ने 23 जनवरी 2019 को औपचारिक रूप से राजनीति में प्रवेश किया जब वह पार्टी की महासचिव बनीं। इसके साथ ही प्रियंका गांधी पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी भी बन गईं. 11 सितंबर 2020 को उन्हें पूरे उत्तर प्रदेश का प्रभारी महासचिव नियुक्त किया गया। सक्रिय राजनीति का हिस्सा न होते हुए भी प्रियंका ने अमेठी और रायबरेली में कांग्रेस को मजबूत करने के लिए काम किया।
  • कांग्रेस ने 2022 का उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव प्रियंका गांधी के नेतृत्व में लड़ा। यूपी चुनाव में 40 फीसदी टिकट महिलाओं को देकर प्रियंका सुर्खियों में आईं. इस चुनाव में प्रियंका गांधी ने महिला सशक्तिकरण पर जोर दिया. हालांकि, इन तमाम कोशिशों के बावजूद कांग्रेस पार्टी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई. कांग्रेस को सिर्फ दो सीटों पर सफलता मिली.
  • 17 जून 2024 कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने घोषणा की कि प्रियंका वायनाड से चुनाव लड़ेंगी। क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी ने वायनाड और रायबरेली दोनों सीटों से चुनाव लड़ा था. राहुल गांधी ने दोनों सीटों पर जीत हासिल की. इसके बाद उन्होंने रायबरेली सीट बरकरार रखी जिससे वायनाड सीट खाली हो गई जहां उपचुनाव हुआ। जिसमें प्रियंका गांधी की जीत हुई.

410931 लाख वोटों से जीते

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सक्रिय संसदीय राजनीति में आ गई हैं, इसका फैसला वायनाड के मतदाताओं ने इस उपचुनाव में कर दिया है. वायनाड सीट पर हुए उपचुनाव में प्रियंका ने 410931 लाख वोटों से जीत हासिल की. कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी को 622338 वोट मिले. यहां सीपीआई (एम) के सत्यन मोकेरी 211407 वोट हासिल कर दूसरे स्थान पर रहे. बीजेपी की नव्या हरिदास 109939 वोटों के साथ तीसरे स्थान पर रहीं.