मधुमेह एक नई महामारी के रूप में उभर रहा है। खराब जीवनशैली के कारण होने वाली इस बीमारी के कारण आज के समय में हर उम्र का व्यक्ति खतरे में है। रक्त में शर्करा की मात्रा बढ़ने से होने वाली यह बीमारी शरीर को खोखला करने की ताकत रखती है, अगर इसका सही तरीके से प्रबंधन न किया जाए।
वैसे तो डॉक्टर मधुमेह के रोगियों को जरूरत के अनुसार इंसुलिन की दवा लेने की सलाह देते हैं। लेकिन अगर आप इस बीमारी के शुरुआती दौर में हैं, तो इसके दुष्प्रभावों को कम करने के लिए आप अपराजिता के फूलों का सेवन शुरू कर सकते हैं।
अपराजिता के फूल और मधुमेह
रोजाना अपराजिता का सेवन प्राकृतिक तरीके से ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मददगार साबित होता है। साथ ही टाइप 2 डायबिटीज मेलिटस वाले लोगों में पाचन प्रक्रिया को सुचारू बनाने में मदद करता है। इसमें फेनोलिक एसिड, फेनोलिक एमाइड एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं, जो इंसुलिन बनाने में मदद करते हैं।
अपराजिता का सेवन कैसे करें?
सबसे कारगर तरीका है अपराजिता के फूल का काढ़ा बनाकर उसका सेवन करना। इसके लिए कुछ ताजे अपराजिता के फूलों को पानी में उबालें। इस काढ़े को दिन में दो बार पिएं।
ये भी हैं अपराजिता फूल के फायदे-
– अपराजिता फूल का सेवन मानसिक शांति और तनाव को कम करने में सहायक है। यह प्राकृतिक एंटी-चिंता और एंटी-डिप्रेसेंट गुणों से भरपूर है, जो मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हो सकता है।
– अपराजिता के फूल मस्तिष्क की कोशिकाओं को बेहतर ढंग से काम करने में मदद करते हैं। यह याददाश्त और एकाग्रता को बढ़ाता है और मस्तिष्क के विकास को बढ़ावा देता है।
– इस फूल का सेवन जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों के दर्द और अन्य सूजन संबंधी समस्याओं में फायदेमंद हो सकता है।
– अपराजिता फूल एंटीऑक्सीडेंट और एंटीबैक्टीरियल गुणों से भरपूर होता है, जो त्वचा के रूखेपन को दूर करता है और त्वचा को हाइड्रेट रखता है, जिससे झुर्रियां और पिंपल्स जैसी समस्याएं कम हो सकती हैं।