बीएनएमयू के मैथिली प्राध्यापकों का भारतीय संविधान के मैथिली अनुवाद में अहम् भूमिका

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सहरसा, 27 नवंबर (हि.स.)। बीएनएमयू मधेपुरा के स्नातकोत्तर मैथिली विभाग पश्चिमी परिसर पी जी सेंटर में भी भारत के संविधान का मैथिली भाषा में अनुवाद कार्यशाला का आयोजन भारतीय भाषा संस्थान मैसूर के संयुक्त तत्वावधान में किया गया था। इस महती भूमिका में मातृभाषा के विस्तारित स्वरूप में पी जी सेंटर सहरसा के वरीय शिक्षक प्रो डॉ रंजीत कुमार सिंह, प्रो डॉ संजय कुमार मिश्र, डॉ रमण कान्त चौधरी, डॉ अरुण कुमार सिंह, एम एल टी कॉलेज सहरसा के डॉ सुमन कुमार, आरजेएम कॉलेज के डॉ अभय कुमार, पीजी सेंटर मधेपुरा के डॉ कृष्ण मोहन ठाकुर,एच वी एस कॉलेज निर्मली के डॉ अतुलेश्वर झा, संस्कृत महाविद्यालय महिषी के डॉ निक्की प्रियदर्शिनी का योगदान सदैव याद रखा जाएगा।

मैसूर से आए भाषा साहित्य प्रतिनिधि डॉ शंभू कुमार सिंह के दिशा निर्देशन में भारतीय संविधान का मैथिली भाषा में उपर्युक्त सभी सम्मानित विद्वान शिक्षकों द्वारा भारत के संविधान का अनुवाद कार्य संपन्न किया गया था। बीते 26 नवंबर को संविधान दिवस के अवसर पर महामहिम राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू एवं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ साथ उपराष्ट्रपति, लोकसभा अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष एवं अन्य गण्यमान उपस्थित लोगों के द्वारा “भारतक संविधान” का लोकार्पण किया गया।

इस ऐतिहासिक क्षण पर मैथिली विभाग के सेवानिवृत्त प्राध्यापक प्रो डॉ राम नरेश सिंह, डॉ कुलानंद झा, प्रधानाचार्य प्रो डॉ पवन कुमार, डॉ विमल कुमार सिंह, डॉ नुनू मणि सिंह, डॉ गणेश मिश्र, डॉ बलवीर कुमार झा, डॉ गीता कुमारी, डॉ प्रशान्त कुमार मनोज, डॉ लीना सिंह, डॉ अखिलेश झा, सत्य प्रकाश, राम नारायण ठाकुर ने मातृभाषा मैथिली के उत्तरोत्तर उन्नति पर हर्ष व्यक्त किया है।