महायुति पर संकट? शिंदे का ‘बगावती’ रुख, डिप्टी सीएम पद लेने से इनकार

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एकनाथ शिंदे: महाराष्ट्र में बंपर जीत के बाद महायुति में मुख्यमंत्री पद को लेकर तनाव बढ़ता जा रहा है. अब यह बात सामने आई है कि शिवसेना ने साफ कर दिया है कि एकनाथ शिंदे उप मुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे. ऐसी खबरें थीं कि भारतीय जनता पार्टी राज्य के शीर्ष पद पर देवेंद्र फड़णवीस को बिठाना चाहती है, लेकिन इस मामले पर शिवसेना के साथ चर्चा चल रही है। महाविकास अघाड़ी सरकार के पतन के बाद शिंदे ने भाजपा के साथ सरकार बनाई और मुख्यमंत्री बने।

एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करेंगे: शिवसेना
इस मामले में अब शिवसेना ने साफ कर दिया है कि एकनाथ शिंदे महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम का पद स्वीकार नहीं करेंगे. मीडिया से बातचीत के दौरान शिवसेना के संजय शिरसाट ने कहा, ‘यह विधानसभा चुनाव एकनाथ शिंदे के नाम पर लड़ा गया था. इसलिए वह दोबारा मुख्यमंत्री पद के पात्र हैं. इसलिए वह उपमुख्यमंत्री का पद स्वीकार नहीं करेंगे. इस महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महायुति ने 288 में से 230 सीटों पर जीत हासिल की है.

शिवसेना और बीजेपी के बयान अलग-अलग हैं

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, शिवसेना नेता का दावा है कि, ‘लोकसभा चुनाव में महायुतिया के खराब प्रदर्शन के बाद यह फैसला लिया गया कि अगर महायुतिया विधानसभा चुनाव जीतती है तो एकनाथ शिंदे को मुख्यमंत्री बनाया जाएगा.’ वहीं बीजेपी नेताओं का कहना है कि, ‘यह पहले से ही तय था कि चुनाव नतीजों के बाद तीनों पार्टी नेताओं के साथ बैठेंगे और फैसला करेंगे.’

 

2022 में शिंदे की वजह से ही महाराष्ट्र में एनडीए सरकार बनी

2019 के चुनाव में बीजेपी सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरने के बावजूद उद्धव ठाकरे के साथ गठबंधन के कारण सत्ता में नहीं आ सकी. लेकिन, ढाई साल बाद एकनाथ शिंदे ने शिवसेना में बगावत कर दी और बीजेपी से हाथ मिला लिया, जिससे एनडीए सरकार बन गई. यानी शिंदे की वजह से 2022 में महाराष्ट्र में एनडीए सरकार बनी.