आपको तकिए के नीचे फोन रखकर क्यों नहीं सोना चाहिए?

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तकिए के नीचे फोन रखकर क्यों नहीं सोना चाहिए: आजकल तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोना आम बात हो गई है। अक्सर लोगों को डर रहता है कि कोई उनकी चैट पढ़कर उनका राज़ जान लेगा… इसलिए वो रात को अपना मोबाइल तकिए के नीचे रखते हैं। तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोना न सिर्फ एक बुरी आदत है बल्कि सेहत के लिए भी बहुत हानिकारक है। खासकर छोटे बच्चों के लिए तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखना ज्यादा हानिकारक होता है। मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन और गर्मी इंसान के दिमाग और शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डालती है। इतना ही नहीं, रात में तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने से सोचने-समझने की क्षमता पर भी असर पड़ता है।

अगर आप भी रात को अपने तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोना पसंद करते हैं तो आज इस लेख के जरिए हम आपको इसके स्वास्थ्य दुष्प्रभावों के बारे में बताने जा रहे हैं। इस विषय पर आनंद केयर क्लीनिक, गोमतीनगर, लखनऊ के बाल रोग विशेषज्ञ एवं बाल रोग विशेषज्ञ डाॅ. तरुण आनंद ने इंस्टाग्राम पर वीडियो शेयर किया है.

तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर क्यों नहीं सोना चाहिए?

डॉ। तरूण आनंद के मुताबिक, जब आप तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोते हैं तो बैटरी से पैदा होने वाली गर्मी तेजी से बढ़ती है। गर्मी बढ़ने के कारण बैटरी फटने का खतरा रहता है। जिससे आग लगने पर व्यक्ति की जान जाने का खतरा रहता है। आइए जानते हैं इसके अन्य नुकसानों के बारे में…

1). आग जोखिम

मोबाइल फोन से गर्मी, खासकर जब फोन चार्ज पर हो। अगर फोन ज्यादा गर्म हो जाए तो आग लगने की संभावना रहती है। तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने से आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।

2). विकिरण

मोबाइल फोन से विद्युत चुम्बकीय विकिरण उत्सर्जित होता है, जो हमारे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डालता है। जब हम लंबे समय तक तकिए के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोते हैं तो रेडिएशन से मस्तिष्क की कोशिकाओं पर बुरा असर पड़ता है। इससे कैंसर जैसी बीमारी भी हो सकती है.

3). सोने में कठिनाई

मोबाइल फोन से निकलने वाली रेडिएशन और नीली रोशनी दिमाग पर बुरा असर डालती है। इससे शरीर में मेलाटोनिन का स्तर कम हो जाता है। मेलाटोनिन का निम्न स्तर सोने में कठिनाई और नींद से संबंधित अन्य समस्याओं का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि जो लोग लंबे समय तक तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोते हैं वे डिप्रेशन और तनाव का शिकार हो जाते हैं।

4. तनाव पैदा करना

तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने से मानसिक तनाव हो सकता है। दरअसल, मोबाइल फोन में बार-बार आने वाले नोटिफिकेशन, मैसेज या कॉल की आवाजें नींद में खलल डालती हैं, जिससे तनाव और अन्य मानसिक समस्याएं हो सकती हैं।

डॉ। तरूण आनंद के मुताबिक, तकिये के नीचे मोबाइल फोन रखकर सोने से बचना चाहिए। अगर आप सुबह अलार्म के लिए अपने मोबाइल फोन को तकिए के नीचे रखकर सोते हैं, तो भी उसे दूर रख दें। जब भी संभव हो, सुबह के अलार्म के लिए घड़ी का उपयोग करें।