राष्ट्रीय दुग्ध दिवस पर दो बड़े पुरस्कार आरसीडीएफ की झोली में

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जयपुर, 26 नवंबर (हि.स.)। राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर नई दिल्ली में भारत सरकार द्वारा आयोजित पुरस्कार वितरण समारोह में राजस्थान सहकारी डेयरी फ़ेडरेशन (आरसीडीएफ) की धूम रही। एक ओर जहां, आरसीडीएफ से सम्बद्व भीलवाड़ा दुग्ध संघ की प्रतापपुरा दुग्ध उत्पादक समिति को श्रेष्ठ डेयरी सहकारी समिति के अवार्ड से नवाजा गया वहीं दूसरी ओर हनुमानगढ़ दुग्ध संघ के दो कर्मचारी राजेन्द्र कुमार और वीरेन्द्र कुमार सैनी को बेस्ट एआई टेक्नीशियन अवार्ड देकर सम्मानित किया गया। आरसीडीएफ की प्रशासक और प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने प्रतापपुरा दुग्ध समिति के सचिव नानूराम कुमावत और हनुमानगढ़ के कर्मचारियों के साथ ये पुरस्कार प्राप्त किये। पुरस्कार स्वरुप तीन-तीन लाख रुपये नगद और प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया।

इस अवसर पर राजस्थान के गृह एवं डेयरी राज्य मंत्री जवाहर सिंह बेढ़म ने भी विशिष्ठ अतिथि के रुप में कार्यक्रम में शिरकत की और राष्ट्रीय स्तर के इन पुरस्कारों के लिये आरसीडीएफ और दुग्ध संघों के पदाधिकारियों को बधाई देते हुऐ उनका मनोबल बढ़ाया। भारत सरकार के पशुपालन एवं डेयरी मंत्री राजीव रंजन सिंह ने नई दिल्ली स्थित मानेकशा सेन्टर में आयोजित राष्ट्रीय दुग्ध दिवस के अवसर पर आयोजित भव्य समारोह में यह पुरस्कार वितरित किये। पशुपालन और डेयरी विकास के क्षेत्र में गोपाल रत्न राष्ट्रीय अवार्ड एक प्रतिष्ठित अवार्ड है। विजेताओं का चयन देशभर से 2574 आनलाइन आवेदकों में से किया गया था।

आरसीडीएफ की प्रशासक और प्रबन्ध संचालक श्रुति भारद्वाज ने बताया कि इससे पहले भी आरसीडीएफ एवं इससे सम्बद्व जिला दुग्ध संघों को राष्ट्रीय स्तर पर सम्मानित किया जा चुका है। हाल ही में केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने अहमदाबाद में आयोजित एक समारोह में भीलवाड़ा की दुग्ध उत्पादक लाभार्थी माया देवी और आरसीडीएफ की एमडी श्रुति भारद्वाज को कार्बन क्रेडिट की पहली किस्त सौंपी थी। भीलवाड़ा में फलैक्सी बाॅयोगेस के पायलेट प्रोजेक्ट में कार्बन क्रेडिट अर्जित करने और पर्यावरण सुरक्षा के काम की राष्ट्रीय स्तर पर सराहना की गई थी। उन्होंने कहा कि हाल ही में आरसीडीएफ एवं जिला दुग्ध संघों द्वारा दूध एवं दुग्ध उत्पादों की उच्च गुणवत्ता सुनिश्चित करने के लिये सरस अमृतम अभियान चलाया गया है। इसी

प्रकार युवा, महिला और स्वयं सहायता समुहों के लिये सरस स्वरोजगार योजना 2024 लागू की गई है जिसके अन्तर्गत डेयरी बूथ, शाॅप एजेन्सी, सरस कैफे और सरस पार्लर के लिये आनलाईन आवेदन आमंत्रित किये गये हैं। हाल ही में दीपावली के अवसर पर राज्यभर में 125 मेट्रिक टन से अधिक शुद्व सरस दूध और घी से बनी मिठाईयां बेची गई जिनमें उपभोक्ताओं द्वारा अलवर का मिल्क केक और बीकानेर का रसगुल्ला सबसे ज्यादा पसंद किया गया।