कठुआ 26 नवंबर (हि.स.)। जिला विकास परिषद कठुआ अध्यक्ष सेवानिवृत्त कर्नल महान सिंह ने जिला विकास योजना 2024-25 की भौतिक और वित्तीय प्रगति का आकलन करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की।
बैठक की शुरुआत में सीपीओ रंजीत ठाकुर ने बताया कि चालू वित्त वर्ष के लिए स्वीकृत 1,768 कार्यों में से 1,747 के टेंडर हो चुके हैं, जबकि 870 परियोजनाएं पहले ही आवंटित हो चुकी हैं। उन्होंने बताया कि कुल आवंटित बजट का 29 प्रतिशत विभिन्न विकास परियोजनाओं में उपयोग किया जा चुका है। विभिन्न योजनाओं के तहत चल रहे कार्यों की स्थिति पर भी विस्तार से चर्चा की गई। अध्यक्ष महान सिंह ने कार्यकारी एजेंसियों और पीआरआई के सदस्यों से निर्धारित समय सीमा के भीतर निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपने प्रयासों को तेज करने का आग्रह किया। उन्होंने परियोजना कार्यान्वयन में देरी से बचने के लिए अड़चनों की पहचान करने और उन्हें सक्रिय रूप से हल करने के महत्व पर बल दिया। महत्वपूर्ण क्षेत्रों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अध्यक्ष ने समावेशी विकास सुनिश्चित करने के लिए दूरदराज और कवर नहीं किए गए क्षेत्रों में सड़क संपर्क और बैंकिंग सुविधाओं के विस्तार को प्राथमिकता देने पर जोर दिया। उन्होंने टिकाऊ संपत्ति बनाने की आवश्यकता को भी रेखांकित किया जो बड़े समुदायों को सीधे लाभान्वित करते हैं।
समीक्षा के दौरान अध्यक्ष ने ग्रामीण विकास, जल शक्ति, पीडब्ल्यूडी, पीएमजीएसवाई, सिंचाई, कृषि, बागवानी, स्वास्थ्य और शिक्षा सहित प्रमुख विभागों के तहत काम की गति पर संतोष व्यक्त किया। बैठक में विभिन्न मुद्दों पर भी चर्चा हुई, जैसे जेजेएम के तहत कार्यों में तेजी लाना, कीढ़ियां गंडियाल में गौशाला को जल्द पूरा करना और विभिन्न योजनाओं के तहत लंबित देनदारियों को चुकाना। उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह ने परिषद सदस्यों और जिला अधिकारियों से जनता की प्रभावी रूप से सेवा करने और विकास पहलों के सफल कार्यान्वयन को सुनिश्चित करने के लिए सहयोगात्मक रूप से काम करने की अपील की। बैठक में डीडीसी के उपाध्यक्ष रघुनंदन सिंह, एडीडीसी सुरिंदर मोहन, मुख्य योजना अधिकारी रंजीत ठाकुर, डीडीसी सदस्य और विभिन्न विभागों के वरिष्ठ जिला अधिकारी शामिल हुए।