इंदौरः कलेक्टर व अन्य अधिकारियों ने सुनी नागरिकों की समस्याएं, किया निराकरण

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इन्दौर, 26 नवंबर (हि.स.)। हर बार की तरह इस मंगलवार को भी कलेक्टर कार्यालय में जनसुनवाई हुई, जिसमें कलेक्टर आशीष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने नागरिकों की समस्याओं को सुनकर उनका निराकरण किया। निराकरण से शेष रहे आवेदनों को निराकृत करने के लिए समय-सीमा तय की गई। जनसुनवाई में आये आवेदन सीएम हेल्पलाइन में दर्ज किये जाएंगे। निराकरण की प्रति सप्ताह कलेक्टर द्वारा समीक्षा भी की जाएगी।

जनसुनवाई में आये आवेदकों में से किसी को शिक्षा, किसी को रोजगार तो किसी को इलाज के लिए सहायता मिली। जनसुनवाई में कलेक्टर सहित अन्य अधिकारियों ने नागरिकों की समस्याओं को गंभीरता से सुनकर उनका संवेदनशीलता के साथ निराकरण किया। कलेक्टर ने समस्याओं का मौके पर निराकरण किया। शेष आवेदनों के निराकरण के लिए समय-सीमा तय की गई। जनसुनवाई में आने वाले प्रत्येक आवेदन के निराकरण का फालोअप ‍किया जाएगा। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि हर आवेदन में निराकरण की कार्यवाही सुनिश्चित हो। सकारात्मक निराकरण हो। आवेदनों के निराकरण की समीक्षा के लिए अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि वे प्रत्येक आवेदन को सीएम हेल्पलाइन में दर्ज करें।

कलेक्टर ने जनसुनवाई में पहुंची कमला बाई को इलाज के लिए 35 हजार रुपये स्वीकृत किए। यह राशि उनके पुत्र के इलाज के लिए दी गई। कमला बाई ने बताया कि मेरे 35 वर्षीय पुत्र का एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है। उसका टाइफाइड-पीलिया हुआ है। खून फिल्टर होता है। उसके दो छोटे बच्चे भी है। मनोहर ही घर में कमाने वाला एकमात्र सदस्य है। कलेक्टर ने तुरंत 35 हजार रुपये की मदद दी। इसी तरह नेनोद गांव के समर्थ ग्रीन सिटी में रहने वाले मुकेश कुमार को भी 10 हजार रुपये की मदद दी गई। उसने बताया कि बीमारियों के कारण मेरी आर्थिक स्थिति कमजोर हो गई। मैं व्यवसाय करना चाहता हूं। अगर 10 हजार रुपये मिलेंगे, तो मैं अपना छोटा व्यवसाय शुरू कर दूंगा।

इसी प्रकार मीना बाई को उनकी पुत्री की शिक्षा के लिए 15 हजार रुपये की मदद स्वीकृत की गई। आंख के ऑपरेशन के लिए राजकुमारी बाई को 15 हजार रुपये मंजूर किये गए। राजकुमारी बाई ने बताया कि मेरी आंखों में समस्या है। मुझे कुछ दिखाई नहीं देता है। राशि मिलेगी तो मैं अपना इलाज करवाऊंगी। ललिता बाई तथा गीता बाई को उनके परिजनों के इलाज के लिए 15-15 हजार रुपये मंजूर किए गए। इसी तरह अशोक नागर को इलाज संबंधी जरूरत की पूर्ति के लिए 50 हजार रुपये की मदद स्वीकृत की गई। तात्कालिक जरूरतों की पूर्ति के लिए रेणु बाई को 10 हजार रुपये, फट्टूसिंह को 20 हजार रुपये की मदद दी गई। जनसुनवाई में अधिकांश आवेदन प्लाट, संपत्ति विवाद, पारिवारिक विवाद आदि के प्राप्त हुए। कलेक्टर सहित सभी अपर कलेक्टरों और अन्य विभागीय अधिकारियों ने आवेदकों की समस्याओं को गंभीरता के साथ सुनकर निराकरण किया।