जोधपुर, 26 नवम्बर (हि.स.)। शहर में मंगलवार को संविधान दिवस मनाया गया। इस अवसर पर सुबह कई सरकारी विभागों व अन्य स्थानों पर अधिकारियों, कर्मचारियों व अन्य लोगों ने मौलिक कर्तव्यों की पालना की शपथ ली। साथ ही सभी ने संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक रूप से पठन किया। स्कूल-कॉलेजों में भी संविधान दिवस पर कार्यक्रमों का आयोजन हुआ।
संविधान दिवस पर आज कलेक्ट्रेट परिसर में आयोजित कार्यक्रम में कर्मचारियों को शपथ दिलाई गई। सभी अधिकारियों-कर्मचारियों ने मौलिक कर्तव्यों की पालना की शपथ ली व संविधान की प्रस्तावना का सामूहिक पठन किया। अधिकारियों एवं कर्मचारियों ने भारत के संविधान के प्रति अपनी आस्था व्यक्त करते हुए 26 नवम्बर 1949 को संविधान की प्रस्तावना का वाचन कर शपथ ली। कार्यक्रम के प्रारम्भ में संविधान की उद्धेशिका का वाचन किया गया। इस अवसर पर जिला प्रशासन से संबंधित अधिकारी-कर्मचारी उपस्थित रहे।
संविधान दिवस के उपलक्ष्य में एनएसयूआई द्वारा मार्च निकाला गया। यह मार्च जयनारायण व्यास विश्वविद्यालय के न्यू कैंपस में आयोजित हुआ। मार्च में एनएसयूआई के तमाम कार्यकता एवं पदाधिकारी मौजूद रहे। वहीं कांग्रेस कमेटी की ओर से मंगलवार को संविधान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कांग्रेस कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में संविधान, समानता और सामाजिक न्याय के सिद्धांतों पर चर्चा की गई। नॉर्थ वेस्टर्न रेलवे एम्पलॉइज यूनियन (एनडब्ल्यूआरईयू) कार्यालय में संविधान दिवस को लेकर शपथ ग्रहण करवाई गई।
राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खेड़ापा के प्रधानाचार्य एवं पंचायत प्रारंभिक शिक्षा अधिकारी डॉ. श्याम सुंदर सोलंकी ने बताया कि मंगलवार को विद्यालय में संविधान दिवस के 75 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर डाइट के वरिष्ठ व्याख्याता एवं संविधान विशेषज्ञ नवनीत कुमार चुग के मुख्य आतिथ्य में प्रार्थना सभा में संविधान की प्रस्तावना का पठन किया गया।
कार्यक्रम प्रभारी दुर्गाराम मेघवाल ने बताया कि इस अवसर पर पोस्टर प्रतियोगिता, वाद-विवाद प्रतियोगिता एवं राष्ट्रीय एकता और अखंडता विषय पर निबंध प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। वहीं शहीद गंगाराम राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय, ढाढणीया सांसण बालेसर में सविंधान दिवस का आयोजन किया गया। संस्था प्रधान केसर सिंह राजपुरोहित ने बताया कि कार्यक्रम प्रभारी व्याख्याता रेणु वैष्णव के निर्देशन में प्रार्थना सभा मे कक्षा 11वी छात्रा अंजु के नेतृत्व में संविधान की प्रस्तावना का पठन विद्यार्थियों द्वारा किया गया।
इसलिए मनाया जाता है संविधान दिवस
बता दे कि हर वर्ष 26 नवंबर का दिन देश में संविधान दिवस के तौर पर मनाया जाता है। 26 नवंबर को राष्ट्रीय कानून दिवस के रूप में भी जाना जाता है। 26 नवंबर 1949 को ही देश की संविधान सभा ने वर्तमान संविधान को विधिवत रूप से अपनाया था। हालांकि इसे 26 जनवरी 1950 को लागू किया गया था। वर्ष 2015 में संविधान के निर्माता डॉ. भीमराव आंबेडकर के 125वें जयंती वर्ष के रूप में 26 नवंबर को सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने इस दिवस को संविधान दिवस के रूप में मनाने के केंद्र सरकार के फैसले को अधिसूचित किया था। संवैधानिक मूल्यों के प्रति नागरिकों में सम्मान की भावना को बढ़ावा देने के लिए यह दिवस मनाया जाता है।